जब DM के कोर्टरूम में शव लेकर पहुंच गए वकील, लखनऊ के इतिहास में पहली बार हुआ ऐसा

Published : Jan 08, 2020, 10:16 PM IST

लखनऊ (Uttar Pradesh). राजधानी लखनऊ में दबंगों ने मंगलवार रात एक वकील की हत्या कर दी। दबंगों ने पहले वकील को बुरी तरह पीटा, फिर गले में चाकू घोंप उसकी हत्या कर दी। घटना से नाराज साथी वकील बुधवार को पोस्टमॉर्टम के बाद मृतक का शव लेकर डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट के कोर्ट में पहुंच गए और प्रदर्शन कर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। बता दें, लखनऊ की इतिहास में यह पहली बार हुआ जब एक वकील के शव को कोर्टरूम में लाया गया। हालांकि, भारी हंगामे के बाद वकीलों को समझाकर शांत कराया गया। डीएम ने विवेकाधीन कोष से शिशिर के परिजनों को 2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी है।लखनऊ बार एसोसिएशन और सेंट्रल बार एसोसिएशन से मृतक के परिजनों को 50,000 रुपये अनुग्रह राशि दी गई।

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जब DM के कोर्टरूम में शव लेकर पहुंच गए वकील, लखनऊ के इतिहास में पहली बार हुआ ऐसा
कृष्णानगर इलाके के दामोदरनगर के रहने वाले शिशिर त्रिपाठी पेशे से वकील थे। मंगलवार रात शिशिर अपने घर लौट रहे थे। दामोदर नगर चौराहे विनायक नाम के शख्स ने अपने चार साथियों के साथ उन्हें रोक लिया। विनायक और शिशिर में किसी पुराने मामले को लेकर बहस होने लगी। इस पर पांचों ने वकील पर हमला बोल दिया। बेरहमी से पीटने के बद चाकू मार दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
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पुलिस ने हत्याकांड में आरोपी विनायक ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य की तलाश में छापेमारी की जा रही है। शुरुआती जांच में पता चला है कि विनायक और एक अन्य नामजद वकील मोनू के साथ शिशिर प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता थे। कुछ समय से इनमें किसी बात को लेकर अनबन चल रही थी।
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प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कलेक्ट्रेट पहुंच प्रदर्शन कर रहे वकीलों से मुलाकात कर मामले की जानकारी ली।
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मृतक के पिता गोपीचंद्र त्रिपाठी ने कहा- शाम पांच बजे एक लड़का बेटे को अपने साथ ले गया था। उसके बाद वह घर नहीं लौटा। उसकी हत्या की सूचना मिली। उन्होंने मोनू नाम के शख्स पर हत्या का आरोप लगाते हुए कहा, मोनू गांजा बेचता है। उसने उधार लिया था। लेन देन के कारण विवाद हुआ था।
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कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शिशिर की हत्या पर ट्वीट कर कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार को घेरा। उन्होंने लिखा, विजयशंकर तिवारी और शामली के अजय पाठक की हत्या के बाद अब लखनऊ में अधिवक्ता शिशिर त्रिपाठी की नृशंस तरीके से हत्या कर दी गई। क्या प्रदेश पूरी तरह से अपराधियों के हाथ में है? भाजपा सरकार कानून व्यवस्था के बारे में पूरी तरह फेल है।
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एसपी कलानिधि नैथानी ने कहा, मामले में लापरवाही के आरोप में कृष्णा नगर के इंस्पेक्टर प्रदीप सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है। हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए टीमें बनाई गई हैं। 24 घंटे में हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए गए हैं।

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