मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बिल्ली की तलाश के लिए पूर्व चुनाव आयुक्त लंबे समय से गोरखपुर में ही जमी हुई हैं। वह यहां सर्किट हाउस में टिकी हैं। वन विभाग, जिला प्रशासन और रेलवे के अधिकारियों के संपर्क में हैं। अधिकारियों का कहना है कि बिल्ली की तलाश में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जा रही है।