शाहीन बाग की तरह यहां CAA के विरोध में उतरीं मुस्लिम महिलाएं, 3 दिन से बच्चों के साथ धरने पर बैठीं
प्रयागराज (Uttar Pradesh). यूपी के प्रयागराज में बीते 3 दिनों से महिलाएं नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में धरने पर बैठी हैं। हालांकि, पुलिस प्रशासन ने कई बार महिलाओं का धरना खत्म कर पार्क खाली कराने की कोशिश की, लेकिन जबरदस्त भीड़ के चलते यह कोशिश कामयाब नहीं हो सकी। बता दें, दिसंबर 2019 में यूपी के कई जिलों में नागरिकता कानून को लेकर हिंसक प्रदर्शन हुए थे।
प्रयागराज के बीचों बीच स्थित मंसूर अली पार्क में बीते तीन दिनों से महिलाएं सीएए के विरोध में धरने पर बैठी हैं। गौर करने वाली बात ये है कि इस बार प्रदर्शन की कमान बुर्कानशीं मुस्लिम महिलाओं ने संभाली है। इनके साथ बड़ी संख्या में पुरुष और बच्चे भी धरने में शामिल हैं।
महिलाएं, बच्चे, पुरुष पूरी रात खुले आसमान के नीचे बैठी रहती हैं। यहीं नमाज पढ़ती हैं। 3 दिनों से यही सिलसिला जारी है।
बता दें, बीते रविवार यानी 12 जनवरी से प्रदर्शन लगातार जारी है। प्रशासन ने एहतियातन बड़ी संख्या में मंसूर अली पार्क पर पुलिस और पीएसी की तैनाती की है। धरनास्थल पर लोगों की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है।
प्रदर्शनकारियों का कहना है, वो तब तक नहीं हटेंगे, जब तक केंद्र सरकार सीएए को वापस नहीं ले लेती। पार्क में नारेबाजी के बीच में गीतों-गजलों और ढपली की धुनों के बीच सरकार को घेरने और उस पर निशाना साधने का भी काम किया जा रहा है। हाथों में तिरंगा थामे धरने पर बैठे लोग किसी सियासी पार्टी या संगठन से नहीं जुड़ रहे।
26 दिन से महिलाएं और बच्चे कर रहे हैं प्रदर्शनदिल्ली के शाहीन बाग इलाके में जामिया हिंसा मामले के बाद से लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है। कड़ाके की सर्दी और बारिश के मौसम में भी प्रदर्शनकारी सड़क पर डटे हुए हैं। नागरिकता कानून और NRC के खिलाफ बीते एक महीने से दिल्ली के शाहीन बाग में विरोध प्रदर्शन चल रहा है।
हाईकोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली पुलिस ने साफ कर दिया वाहनों की आवाजाही शुरू करने और प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए किसी तरह का बल का इस्तेमाल नहीं होगा।