108 नंबर पर नहीं रिसीव हुई कॉल, इस तरह ठेले पर प्रसूता को ले गए अस्पताल

कानपुर (Uttar Pradesh) । एंबुलेंस मंगाने के लिए 108 नंबर डॉयल करते रहे, लेकिन टोल फ्री नंबर पर कॉल रिसीव नहीं हुई। इसके बाद परेशान परिवार के लोग प्रसव पीड़ा से तड़प रही महिला को ठेले से लेकर चल पड़े। आरोप है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) बिधनू में स्ट्रेचर भी नहीं मिला, जिसके कारण ठेले से ही मरीज को लेकर लेबर रूम तक जाना पड़ा।
 

Ankur Shukla | Published : Feb 1, 2020 12:16 PM IST / Updated: Feb 01 2020, 05:55 PM IST
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108 नंबर पर नहीं रिसीव हुई कॉल, इस तरह ठेले पर प्रसूता को ले गए अस्पताल
बिधनू के खेसरा गांव निवासी गर्भवती लक्ष्मी शुक्रवार की शाम प्रसव पीड़ा से बेहाल हो गई। पति राजकुमार ने आशा कार्यकर्ता मंजू को फोन किया। आशा के पहुंचने के बाद गर्भवती को सीएचसी तक लेकर जाने के लिए एंबुलेंस मंगाने के लिए 108 नंबर डॉयल करते रहे, लेकिन टोल फ्री नंबर पर कॉल रिसीव नहीं हुई।
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लक्ष्मी की हालत बिगड़ती देख स्वजन ठिलिया पर लादकर ही सीएचसी के लिए चल पड़े। रास्ते में गर्भवती तड़पती रही। स्वजनों का आरोप है कि अस्पताल के इमरजेंसी गेट के बाहर स्ट्रेचर तक नहीं मिला। दर्द से बेहाल गर्भवती वहां तक चलकर जाने की स्थिति में नहीं थी। इसके चलते स्वजन उसे ठिलिया से ही लेबर रूम तक लेकर गए।
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सीएचसी बिधनू के अधीक्षक डॉ. एसपी यादव का कहना है कि इमरजेंसी में हर वक्त स्ट्रेचर उपलब्ध रहती है। जानकारी हुई है, इसकी जांच कराएंगे।
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