ग्रामीणों के मुताबिक बलराम चार बहनों का इकलौता भाई था। उसके माता-पिता ने उसके लिए बड़ी मन्नतें मांगी थीं, तब जाकर उन्हें बेटा हुआ था. उसके माता पिता बड़े अरमान से उसका लालन-पालन कर रहे थे, उसकी जरूरतों का खास ध्यान रखते थे लेकिन एक झटके में उनकी दुनिया ही उजड़ गई।