वृंदावन में बीते 28 अप्रैल को 55 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई थी। मृतक के परिवार में उसकी इकलौती 17 वर्षीय दिव्यांग बेटी के सिवाय कोई नहीं है। लॉकडाउन में पिता की मौत के बाद दिव्यांग बेटी भी अनाथ हो गई उस पर पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। आर्थिक तंगी और और अनाथ होने के बाद उसके पास पिता की मौत पर आंसू बहाने के अलावा कोई चारा नही था .