कानपुर (Uttar Pradesh) । पाकिस्तान में 28 साल तक यातनाएं सहने के बाद वापस अपने वतन हिंदुस्तान लौटे शमसुद्दीन की कहानी भी गदर फिल्म में किरदार तारा सिंह से मिलती जुलती हैं, जो अब पाकिस्तान का नाम सुनते ही कांप जाते हैं। दीपावली के पहले घर लौटने वाले शमसुद्दीन जुल्मों की इंतिहा के उन पलों को याद कर रो पड़ते हैं। वो कहते हैं कि पाकिस्तान जाकर बहुत बड़ी गलती कर दी, अपना देश ही सबसे प्यारा है। पाकिस्तान में मुहाजिरों (भारत से जाकर वहां बसे लोग) के साथ अच्छा बर्ताव नहीं किया जाता है, भारतीयों के साथ दुश्मनों वाला सुलूक होता है। आइये जानते हैं शमसुद्दीन की पूरी कहानी।