दोस्तों ने संजीत की बाइक रामादेवी में झाड़ियों के बीच छिपाई थी। कुलदीप ने अपनी गर्लफ्रेंड को पत्नी बताकर रतनलाल नगर में किराए का रूम लिया था। संजीत को रतनलाल नगर में रखा था, उसे नींद और नशे का इंजेक्शन देते थे। अपहरणकर्ताओं ने फिरौती मांगने के लिए सिम कार्ड खरीदे थे। संजीत आरोपियों को पहचानता था, इसलिए पकड़े जाने के डर से उन्होंने 26 जून को उसकी हत्या कर दी थी। एसएसपी दिनेश कुमार के मुताबिक, संजीत का अपहरण करने वालों में उसके 2 खास दोस्त थे।