चीन से लेकर अमेरिका तक करना चाहते थे भारत की इस बिल्डिंग की कॉपी, देखें क्या हुआ नतीजा
आगरा (Uttar Pradesh). ब्राजील के राष्ट्रपति जायर मेसियस बोलोनसरो सोमवार को ताजमहल का दीदार करने आगरा आएंगे। वो करीब 50 मिनट तक ताज में रुकेंगे। इस दौरान आम पर्यटकों को ताज में प्रवेश नहीं मिलेगा। इस 7वें अजूबे को कॉपी करने की कोशिश दुनिया के कई देश कर चुके है। आज हम आपको ऐसे देशों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो वर्ल्ड क्लास बिल्डिंग बनाने में तो माहिर हैं, लेकिन ताज को चाहकर भी कॉपी नहीं कर पाए।
चीन के शेनजेन शहर में विंडो आफ द वर्ल्ड थीम नाम से पार्क हैं। जहां ताज के जैसी इमारत बनाई गई है। दूर से देखने पर तो ये बिल्कुल ताज जैसा दिखता है लेकिन असली ताज की तुलना में ये 25 परसेंट भी नहीं है।
दुबई में दुनिया के सबसे खूबसूरत वेडिंग साइट के तौर पर बना होटल ताज अरेबिया को ताज जैसा बनाने की कोशिश की गई है। यह असली ताज से 4 गुना बड़ा भी है। लेकिन इसके कारीगर में दुनिया के सातवें अजूबे की कॉपी करने में पीछे रह गए। असली ताज को बनाने में जहां 22 साल लगे थे। वहीं, यह होटल 2 साल में ही बनकर तैयार हो गया।
बांग्लादेश के नारायणगंज जिले के सोनारगांव में फिल्म मेकर एहसानुल्लाह मोनी ने ताजमहल की कॉपी करने की कोशिश की थी। आगरा में असली ताज के दीदार के बाद उन्हें इसका आइडिया आया था। उन्होंने एक्सपर्ट की एक टीम आगरा भी भेजी थी। लेकिन ताज को कॉपी न कर सके।
औरंगाबाद में भी ताजमहल को कॉपी करने की कोशिश की गई है। शहजादे आजम शाह ने ताज के जैसे बीबी का मकबरा बनवाने की कोशिश की। यह उसकी मां और औरंगजेब की बेगम दिलरास बानो बेगम की याद में बनवाया गया था।
कोलकाता में बना रानी विक्टोरिया को डेडीकेट विक्टोरिया मेमोरियल भी ताज से प्रभावित है। यह गोथिक स्थापत्यकला में ढला है। लेकिन इसका मेन गुंबद और बगल वाली छतरी ताज के जैसा बनाया गया है।
अमेरिका के विस्कजिन स्टेट में ट्रिपोली श्राइन टेंपल है। इसका बाहर का कुछ हिस्सा ताज के जैसा दिखता है, लेकिन पूरी इमारत ताज का रूप नहीं ले सकी। टेंपल के गुंबद और एंट्री का हिस्सा ताज जैसा बनाने की कोशिश की गई है।