Published : Jan 11, 2020, 11:38 AM ISTUpdated : Jan 11, 2020, 03:27 PM IST
संगम की रेती पर लगने वाले माघ मेले में भीषण ठंड के बावजूद भी लोगों की आस्था पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। 6 डिग्री के तापमान में श्रद्धालु व संत-महात्मा स्नान करने जा रहे हैं। माघ मेले में कल्पवास करने आए मौनी बाबा अपने शिविर से संगम स्नान करने रोजाना लेट कर जाता हैं।
माघ मेले में कल्पवास करने आए मौनी बाबा अपने शिविर से संगम स्नान करने रोजाना लेट कर जाते हैं।
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माघ मेले में कल्पवास कर रहे रुद्राक्ष बाबा रोजाना संगम स्नान करने जाते हैं तो लोगों की भीड़ लग जाती है। दरअसल मामला ये है कि रुद्राक्ष बाबा कपड़े के स्थान स्थान पर केवल रुद्राक्ष धारण करते हैं। इनके माथे पर चन्द्रमा और हांथ में त्रिशूल लोगों के आकर्षण का केंद्र होती है।
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दंडी स्वामी शिविर भी माघ मेले में आकर्षण और आस्था का केंद्र हैं। इसमें निवास करने वाले तकरीबन 500 से अधिक दंडी साधुओं का जत्था एक साथ पूजन-हवन व स्नान करने जाता है।
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संगम में रोजाना सुबह 4 बजे भोर से स्नान शुरू हो जाता है। हजारों लोग गंगा में स्नान करने जाता हैं। प्रशासन ने ही चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था कर रखी है।
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शुक्रवार को माघ मेले के पहले स्नान पर तकरीबन 23 लाख लोगों ने गंगा में स्न्नान किया। भीषण ठंड में लोगों की आवाजाही बनी रही।