Published : Jan 29, 2020, 04:01 PM ISTUpdated : Jan 29, 2020, 04:57 PM IST
कानपुर (Uttar Pradesh) । परिवार वालों के डांट की डर से सेंटल कालेज कैंट के स्टूडेंट ने खुद के अपहरण की कहानी रच डाली। इतना ही नहीं फेसबुक पर फर्जी आईडी बनाकर मां और मौसी की बहू के पास मैसेज भेज एक लाख रूपए फिरौती की डिमांड तक कर डाली, लेकिन दो दिन बाद ही पुलिस की चंगुल में फंस गया, जिसके बाद उसने सचाई बयां की तो सभी के पांव तले जमीन खिसक गई।
ओमपुरवा निवासी गुटखा कंपनी के सुपरवाइजर नरेश कुमार का बेटा अंकुर कुमार (18) केवी कैंट में इंटर का छात्र है। 24 जनवरी को अंकुर घर से स्कूल जाने की बात कहकर निकला था, लेकिन दोस्तों के साथ लखनऊ घूमने चला गया। वहां देरी होने पर परिवार वाले खोजते हुए स्कूल पहुंचे तो प्रिसिंपल ने उसे फोन किया। इसके बाद छात्र ने घर में डांट खाने के डर से अपने अपहरण की झूठी कहानी रच डाली।
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अंकुर ने अपनी ही मोबाइल में एक फर्जी फेसबुक आईडी बनाई। 26 जनवरी को मां बीनू और फतेहपुर निवासी मौसी की बहू रीना के फेसबुक अकाउंट पर एक लाख रुपये की फिरौती के मैसेज भेजा। इससे परिवार दहशत में आ गया और पिता ने चकेरी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।
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पुलिस ने साइबर सेल की मदद से फेसबुक अकाउंट की जानकारी करने के साथ छात्र के दोस्तों और परिचितों से पूछताछ शुरू की। जांच के दौरान पुलिस ने छात्र के मोबाइल को सर्विलांस पर लगाया तो 28 जनवरी को उसकी लोकेशन घंटाघर स्टेशन पर मिली। पुलिस ने मौके पर जाकर छात्र को पकड़ लिया।
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छात्र को पुलिस थाने लेकर आई और घर वालों को भी बुलाया। घर वालों के आने पर पुलिस ने उससे घटना के बारे में पूछा। छात्र ने जब सचाई बताई तो सुनने वाले सभी लोग सन्न रह गए। उसने अपने अपहरण की कहानी खुद ही रची थी और मां और मौसेरे भाई की भाभी को मैसेज भेजा था।