पीलीभीत (उत्तर प्रदेश). Tokyo Olympic 2020 कई दशकों के बाद भारतीय पुरुष हॉकी (men hockey team) टीम ने ओलंपिक में पदक जीतने का सपना साकार कर दिया। 41 साल बाद देश को ब्रॉन्ज मेडल (bronze medal) दिलाकर इतिहास रच दिया। भारत ही नहीं पूरी दुनिया भारतीय खिलाड़ियों को बधाईयां दे रहा है। पीएम मोदी ने खुद हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत से फोन पर बात कर जीत की बधाई दी। इस शानदार कामयाबी पर पूरे देश में जश्न का माहौल है। जर्मनी (India vs Germany) के साथ हुए कांस्य पदक मुकाबले में जीत दिलाने वाला असली हीरो यूपी के पीलीभीत के रहने वाले सिमरनजीत सिंह (simranjit singh) का इसमें बड़ा योगदान रहा। क्योंकि उनके दो गोल पर ही भारतीय टीम इतिहास रच सकी है। काटे की टक्कर वाले मैच में सिमरनजीत ने पहला और आखिरी गोल दागा। आइए जानते हैं इस खिलाड़ी के बारे में जो 8 साल की उम्र में पिता के साथ खेतों में हॉकी लेकर निकलता था...