चाचा का ऐसे छूए पैर..लेकिन नारे लगने पर नाराज हुए अखिलेश ने कह दी ये बातें
मैनपुरी (Uttar Pradesh)। होली मिलन समारोह के बाद भले ही यह संदेश जा रहा है कि मुलायम सिंह यादव का परिवार चार साल बाद फिर से एक हो गया है, लेकिन कुछ तस्वीरें और बयान इसे स्वीकार करने से रोकने लगती है। दरअसल कार्यक्रम के दौरान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनके चाचा प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव के बीच कड़वाहट की बर्फ पिघलती नहीं दिखी थी। कारण कि अखिलेश यादव जैसे ही मंच पर समर्थकों को संबोधित होने के लिए खड़े हुए, कार्यकर्ताओं ने चाचा-भतीजा जिंदाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए था। इससे नाराज अखिलेश ने इशारों में उन्हें शांत रहने के लिए कहा। साथ ही कहा अगर इस तरह सीमाएं तोड़ी गई तो आज के बाद होली मनाने सैफई नहीं आऊंगा।
Ankur Shukla | Published : Mar 11, 2020 2:54 AM IST
मुलायम सिंह यादव के आवास पर मंच बनाया गया। मंच पर शिवपाल के पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने चाचा-भतीजा जिंदाबाद के नारे लगाए। जिस पर अखिलेश यादव नाराज हो गए। पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि अगर इस तरह सीमाएं तोड़ी गई तो आज के बाद होली मनाने सैफई नहीं आऊंगा। हर चीज की मर्यादाएं होती हैं। सीमाएं तोड़ी तो राजनीति अपना अलग रास्ता ढूंढ लेती है।
मंच पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अखिलेश कह रहे थे कि 2022 में समाजवादियों की सरकार बनानी है। इसके बाद समर्थकों ने चाचा-भतीजा जिंदाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए थे। हालांकि इससे पहले शिवपाल यादव के मंच पहुंचे तो अखिलेश यादव ने शिवपाल यादव के पैर छुए, लेकिन उन्हें आशीर्वाद नहीं मिला।
कार्यक्रम के दौरान पहुंचे शिवपाल ने भी बड़े भाई रामगोपाल यादव का भी पैर छुआ। इसके बाद यह संदेश गया कि मुलायम कुनबा एक हो रहा है। शिवपाल ने कहा कि 2022 के चुनाव में हम सब एक साथ चुनाव लड़ेंगे। सबको इकट्ठा करेंगे और सभी पार्टियां भाजपा को हराने का काम करेंगे। हमारी पहली प्राथमिकता समाजवादी पार्टी होगी, जिसके साथ हम चुनाव लड़ेंगे।
चाचा राम गोपाल यादव का पैर छूने के लिए जब अखिलेश यादव आगे बढ़े तो राम गोपाल ने हाथ जोड़ लिया, जबकि शिवपाल ने पैर छुआ तो उनके सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद दिया, जिससे लोग तरह-तरह के कयास लगा रहे हैं।
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव अपने स्कूल में कार्यकर्ताओं के साथ होली मनाकर मुलायम सिंह के आवास पर पहुंचे। इससे पहले अखिलेश ने पिता मुलायम को गुलाल लगाकर उनका आशीर्वाद दिया। उनके साथ पत्नी व पूर्व सांसद डिंपल यादव भी थीं। अखिलेश यादव के बच्चों ने भी होली खेली। इस दौरान शिवपाल यादव को छोड़कर पूरा परिवार एक साथ नजर आया।