श्रमिकों पर मेहरबान हुई योगी सरकार, भोजन-आवास के बाद अब इस योजना के तहत बच्चों को निःशुल्क शिक्षा

Published : Jun 03, 2020, 08:26 AM ISTUpdated : Jun 03, 2020, 08:29 AM IST

लखनऊ(Uttar Pradesh).  देश में कोरोना महामारी से हुए लॉकडाउन के बाद तमाम उद्योग धंधे बंद हो गए हैं। इसका सबसे ज्यादा असर श्रमिकों पर पड़ा है। श्रमिकों कमाई बंद होने के कारण उन्हें काफी समस्याओं से दो-चार होना पड़ा। लेकिन यूपी की योगी सरकार ने श्रमिकों की मदद के लिए बीड़ा उठा लिया है। पहले प्रवासी श्रमिकों को आर्थिक मदद, फिर भोजन और आवास का ऐलान करने के बाद अब उनके बच्चों को निःशुल्क शिक्षा देने की तैयारी की गई है। इसके लिए सरकार मिशन प्रेरणा चला रही है। इस मिशन के तहत श्रमिकों के बच्चों को निःशुल्क शिक्षा दी जाएगी।

PREV
15
श्रमिकों पर मेहरबान हुई योगी सरकार, भोजन-आवास के बाद अब इस योजना के तहत बच्चों को निःशुल्क शिक्षा

लॉकडाउन के कारण अलग-अलग राज्यों में रहकर मजदूरी करने वाले श्रमिकों का बड़ी संख्या में पलायन हुआ। यूपी में भी अलग-अलग राज्यों से लाखों की संख्या में मजदूरों की वापसी हुई। जिसके जिसके बाद केंद्र व राज्य सरकारों ने श्रमिकों के लिए कई लाभकारी योजनाएं चलाते हुए उनकी रोजी-रोटी के साथ रोजगार की व्यवस्था के लिए भी अहम उठाए हैं। 
 

25

इसके लिए सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वो मिशन प्रेरणा योजना के तहत प्रवासी मजदूरों के घर-घर जाकर उनकी पूरी डिटेल एकत्र करें । सरकार ने श्रमिकों के बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए मिशन प्रेरणा योजना की शुरुआत की है, जिसमें हर बच्चे को शिक्षित किया जाएगा। 

35

मिशन प्रेरणा के तहत श्रमिकों के बच्चों का स्कूलों में दाखिला कराया जाएगा और उन्हें बेहतर शिक्षा निःशुल्क दी जाएगी।  इस योजना को धरातल पर लाने के लिए सरकार ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को यह निर्देश दिए हैं कि वह गांव-गांव जाकर हर एक बच्चे की पूरी जानकारी लेने के साथ ही उसे मुफ्त में बेहतर शिक्षा देने का जिम्मा उठाये। 
 

45

शिक्षा विभाग के अधिकारियों के मुताबिक यदि प्रवासी मजदूरों के बच्चों के पास या अभिभावकों के पास यदि कोई आधार कार्ड नहीं है तो भी बिना किसी शर्त के उनके बच्चे को मिशन प्रेरणा योजना के तहत मुफ्त बेहतर शिक्षा दी जाएगी।

55

सरकार ने न सिर्फ श्रमिकों के रोजी-रोटी की व्यवस्था की साथ ही, उनके बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए जो योजना चलाई है, उसके लिए लगातार श्रमिक सरकार का धन्यवाद दे रहे हैं। साफ है कि कोरोनावायरस में सरकार का जो वादा है कि वह किसी गरीब को न तो भूखा रहने देगी और न ही उनके बच्चों को अशिक्षित होने देगी। उसे पूरा करने के लिए पुरजोर कोशिश की जा रही है।

Recommended Stories