वाराणासी (उत्तर प्रदेश). कोरोना वायरस की दूसरी ने कई हंसते-खेलते घरों को उजाड़ दिया है। लेकिन इसके बाद भी कई ऐसे लोग हैं जो गरीबों और असहायों की मदद करने में पीछे नहीं हट रहे हैं। ऐसी एक जिंदादिल कहानी उत्तर प्रदेश के वाराणासी शहर से सामने आई है। जहां 15 अप्रैल को रोटी बैंक के संस्थापक किशोर कांत तिवारी की कोविड के चलते मौत हो गई। लेकिन पत्नी ने मातम मनाने की जगह दूसरों के दुखों की चिंता की और पति के सपने को पूरा करने में जुट गई। वह 24 घंटे बाद ही गरीबों को खाना बांटने जाने लगीं।