दरअसल, इस योजना के बारे में जानाकारी देते हुए लखनऊ यूनिवर्सिटी के कुलपति आलोक राय ने बताया कि इस योजना के तहत छात्रों को अधिकतम 50 दिनों के लिए रोजगार दिया जाएगा। यानि वह कर्मयोगी स्कीम के तहत छात्र कैंपस में ही दो घंटे तक के लिए काम कर सकेंगे। उन्हें प्रति घंटे के हिसाब से 150 रुपए दिए जाएंगे। उन्होंने बतााय कि कर्मयोगी योजना के तहत अभिनव गुप्त भाषा संस्थान को संकाय का दर्जा दिया जाएगा।