इस गरीब देश के राष्ट्रपति की कोरोना से मौत, जान बचाने के लिए जुगाड़ नहीं कर पाए 1 भी वेंटिलेटर

Published : Jun 15, 2020, 01:00 PM ISTUpdated : Jun 16, 2020, 09:12 AM IST

हटके डेस्क: कोरोना वायरस की वजह से दुनिया में हर दिन मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। इस जानलेवा वायरस ने दुनिया को समेट कर रख दिया। कई देश लॉकडाउन हो गए। अमेरिका जैसे शक्तिशाली देश में भी इस वायरस ने जमकर कोहराम मचाया। इस वायरस के कारण जब अमेरिका जैसे देश की दुर्गत हो गई है तो भला गरीब देशों में इसने कितना तांडव मचाया होगा, इसकी मात्र कल्पना की जा सकती है। अफ्रीका के बुरुंडी के राष्ट्रपति की मौत  कोरोना से हो गई। मेडिक्स ने इस खबर की पुष्टि कर दी है लेकिन अब सरकार मौत के कारणों को गलत बताने में जुट गई है। इसी के साथ बुरुंडी के राष्ट्रपति दुनिया के सबसे ऊंचे ओहदे पर बैठे लोगों में कोरोना से जान गंवाने वाले नेता बन गए हैं। सांस लेने में आ रही थी दिक्कत... 

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इस गरीब देश के राष्ट्रपति की कोरोना से मौत, जान बचाने के लिए जुगाड़ नहीं कर पाए 1 भी वेंटिलेटर

बुरुंडी के राष्ट्रपति पिअर नकुरुनजीजा की मौत कोविड 19 से हो गई। उनकी मौत की वजह अस्पताल के मेडिक्स ने क्लियर की। जहां  दिनों तक ट्रीटमेंट चलने के बाद उन्होंने जान गंवा दी। 

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लेकिन जैसे ही ये बात  सामने आई, सरकार इसकी वजह को झुठलाने में जुट गई। सरकार का कहना है कि राष्ट्रपति की मौत हार्ट अटैक से हुई है, ना कि कोरोना से। 
 

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नकुरुनजीजा को बुरुंडी के करुसि अस्पताल में एडमिट करवाया गया था, जहां उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। 
 

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अस्पताल में सिर्फ 1 ही वेंटिलेटर था। वो भी राष्ट्रपति को नहीं मिल पाया और आखिरकार 8 जून को उनकी मौत हो गई। 

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नकुरुनजीजा की पत्नी को इलाज के लिए 30 मई को केन्या ले जाया गया है। जहां से इस बात का अंदाजा लगाया जा रहा था कि उन्हें कोरोना है तो नकुरुनजीजा भी संक्रमित हो सकते हैं। इसके बाद अब उनकी मौत ने कोरोना  को कंफर्म कर दिया है। 

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बता दें कि नकुरुनजीजा पिछले 15 साल से देश के राष्ट्रपति थे। वो इस साल अगस्त में अपने पद से हटने वाले थे। 2005 में जब उन्होंने सत्ता संभाली तब से गृह युद्ध में उन्होंने 3 लाख नागरिकों की मौत अपनी आखों से देखी थी। अपने शासनकाल में भी उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा था। 

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इस मौत के बाद नकुरुनजीजा दुनिया के पहले बड़े नेता बन गए हैं, जिसकी मौत कोरोना की वजह से हुई है। अब देश में शोक की लहर है। साथ ही देश में एक हफ्ते का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है। 
 

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बता दें कि बुरुंडी में अभी तक कोरोना के कुल 94 एक्टिव केस हैं और सिर्फ एक मौत हुई है। वो भी देश के राष्ट्रपति की। 

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