चीन का हो गया पर्दाफाश! जानबूझकर फैलाया कोरोना वायरस, डॉक्टरों को दी थी धमकी- किसी को कुछ नहीं बताना
हटके डेस्क: चीन के वुहान से फैले कोरोना वायरस ने आज पूरी दुनिया को आतंकित कर रखा है। दुनिया के 91 देशों में इस वायरस से संक्रमित लोग हैं। कई लोगों की इस वायरस ने जान ले ली है। अभी तक दुनियभर में इस वायरस की चपेट में 1 लाख 22 हजार से ज्यादा लोग आ चुके है। वहीं मौत का आंकड़ा भी साढ़े चार हजार को पार कर चुका है। इस बीच अब चीन से एक डॉक्टर सामने आई हैं। द गार्जियन में छपी खबर के मुताबिक, वुहान की एक डॉक्टर ने मीडिया हाउस को दिए इंटरव्यू में बताया कि इस वायरस के बारे में उन्होंने चीन की सरकार को दिसंबर में ही बता दिया था। लेकिन उस समय उन्हें चुप रहने को कहा गया।
Asianet News Hindi | Published : Mar 12, 2020 4:25 AM IST / Updated: Mar 12 2020, 02:19 PM IST
चीन के वुहान से शुरू हुए इस वायरस ने अभी तक दुनिया के 91 देशों को अपना निशाना बनाया है। वुहान से कोरोना वायरस का पहला मामला 15 दिसंबर 2019 को सामने आया था।
चीन के डॉक्टर्स उसी वक्त समझ गए थे कि ये वायरस काफी खतरनाक है। शायद यही वजह है कि उन्होंने चीन की सरकार से संपर्क कर उन्हें इसकी जानकारी दी थी।
लेकिन उस वक्त चीनी प्रशासन ने डॉक्टर्स को मुंह बंद रखने को कहा। साथ ही धमकी भी दी कि अगर इसके बारे में किसी से कुछ कहा तो अंजाम बुरा होगा।
इस राज का पर्दाफाश किया है चीन की डॉक्टर फेन ने। फेन की गिनती उन डॉक्टर्स में होती है, जिन्होंने कोरोना वायरस को शुरूआती दौर में पहचाना था।
फेन ने मीडिया को बताया कि उनके कई साथी इस बीमारी की चपेट में आकर मर गए। जब दिसंबर में उनलोगों ने चीन की सरकार को इसके बारे में बताया तो उन्हें चुप रहने को कहा गया।
डॉ फेन वुहान सेंट्रल हॉस्पिटल के इमरजेंसी डिपार्टमेंट की डायरेक्टर हैं।
उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि अगर किसी ने इस वायरस की जानकारी लोगों को देने की कोशिश की तो उसे जेल भेज दिया गया। वहीं कई लोग तो गायब हैं।
डॉ फेन ने कहा कि अगर उन्हें पता होता कि ये वायरस इतना ज्यादा फ़ैल जाएगा तो कभी चुप नहीं बैठती। वो किसी भी तरह से लोगों को इसकी जानकारी देती।
मीडिया ने उनका इंटरव्यू पब्लिश किया। लेकिन इसके बाद तुरंत उसे हटा दिया गया। हालांकि, तबतक कई लोगों ने इसका स्क्रीनशॉट ले लिया था।
अपने इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि 30 दिसंबर को ही उन्होंने एक साथ कई मरीजों को देखा जिनमें एक जैसे वायरस थे। ये बिरुस सार्स कोरोनावायरस जैसे थे।
इसके बाद डॉ फेन के साथ डॉक्टर्स ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी। लेकिन चीन की सरकार ने उन्हें तुरंत पोस्ट डिलीट कर चुप रहने को कहा।
साथ ही धमकी दी कि अगर इस वायरस की चर्चा की तो इसका अंजाम काफी बुरा होगा।
इसी का अंजाम हुआ कि अजा ये वायरस इतना विकराल रूप ले चुका है।