1981 की एक किताब का दावाः आबादी कम करने चीन ने लैब में बनाया कोरोना वायरस
नई दिल्ली. कोरोना वायरस से पूरे भारत में कोहराम मचा हुआ है। इस जानलेवा वायरस का खौफ इतना है कि लोग शहर पूरी तरह बंद कर दिए गए है। देश दुनिया में आपातकाल जैसे हालात हैं। चीन में महामारी की तरह फैले इस वायरस ने हजारों लोगों की जान ले ली है। भारत में अब तक दो मौतें हो चुकी हैं और 80 लोग संक्रमित बताए जा रहे हैं। अब सोशल मीडिया पर कोरोना वायरस को लेकर कुछ भविष्यवाणी वायरल हो रही है। दरअसल 12 साल पहले एक किताब में एक लेखिका ने भविष्यवाणी की थी कि, 2020 में कोरोना वायरस नाम की एक महामारी फैलेगी जिससे सांस लेने में तकलीफ के साथ लोग दम तोड़कर मर जाएंगे। कुछ ही घंटों में सैकड़ों लोगों की मौत होगी। इस किताब के कुछ पन्ने सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। हालांकि चीन में फैले जानलेवा कोरोना की भविष्यवाणी करने वाली ये इकलौती किताब नहीं है।
Asianet News Hindi | Published : Mar 14, 2020 12:59 PM IST / Updated: Mar 15 2020, 11:54 AM IST
किताब में दावा किया गया कि 12 साल पहले ही कोरोना वायरस का जिक्र हो चुका था। लोगों का कहना है कि साल 1981 में लेखक ने अपनी किताब में कोरोना वायरस की भविष्यवाणी की थी लेकिन अब एक और किताब में कोरोना वायरस की भविष्यवाणी का दावा करने की बात सामने आई है।
इन किताबों में लिखी भविष्यवाणियां देखकर लोग सकते में आ गए हैं। एक किताब में 2020 में महामारी फैलने की बात कही गई है जो काफी हद तक सच साबित हो रही है।
पहले जो किताब वायरल हुई थी, उसका नाम 'द आइज ऑफ डार्कनेस' है। ये किताब साल 1981 में डीन कोन्टोज नाम के लेखक ने लिखी थी। एक थ्रिलर नॉवेल के रूप में ये काफी लोकप्रिय भी हुई थी। लेखक ने इस किताब में 'वुहान-400' नामक एक वायरस का उल्लेख किया था, जिसे वुहान शहर के बाहर एक आरडीएनए प्रयोगशाला में बनाने की बात कही गई थी।
'वुहान-400' नाम का ये जैविक हथियार 400 लोगों के माइक्रोगैनिज्म को मिलाकर बनाया गया था। इस किताब में लिखी गई बातों को कोरोना वायरस से जोड़कर देखा जा रहा है।
किताब में दावा किया गया कि, चीन ने दुनिया की आबादी को कंट्रोल करने के लिए जैविक हथियार के तौर पर ये वायरस अपनी एक लैब में तैयार किया। वायरस को देश भर में छोड़ दिया गया और लोगों की मौतों से खुद को दुनिया में शक्तिशाली देश बनाने की तैयारी करने लगा।
इसके अल्वा कोरोना वायरस को लेकर एक नई किताब सामने आई। दावा किया जा रहा है कि इसमें कोरोना वायरस को लेकर 12 साल पहले ही लेखिका ने भविष्यवाणी कर दी थी। पर किसी भी देश की सरकार ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। इस किताब का नाम 'एंड ऑफ डेज: प्रीडिक्शन एंड प्रोफेसीज अबाउट द एंड ऑफ द वर्ल्ड' है। इसके लेखक सिल्विया ब्राउन हैं।
यह किताब 2008 में पब्लिश हुई थी। किताब के वायरल हिस्से में लिखा गया है कि साल 2020 के आसपास एक गंभीर निमोनिया जैसी बीमारी दुनिया भर में फैल जाएगी, जो कि फेफड़ों और ब्रोन्कियल नलियों पर सीधा हमला करेगी।
बीमारी से महामारी जैसे हालात होंगे लोग घंटों में मौत के मुंह में समा जाएंगे। , हालांकि इस किताब के वायरल हिस्से में ये बात भी लिखी गई है कि जितनी जल्दी से ये बीमारी आएगी, उतनी तेजी से ही अचानक यह बीमारी गायब भी हो जाएगी।
वहीं इस बीमारी की बात काफी हद तक कोरोना वायरस से मिलती जुलती है। कोरोना वायरस ने भी साल 2020 में ही लोगों को काफी जल्दी अपनी चपेट में लिया है। ऐसे में दावों को देखते हुए इस बात की उम्मीद जताई जा सकती है कि कोरोना वायरस का खात्मा भी जल्द ही हो जाएगा।
इस वायरल पन्ने को मशहूर मॉडल किम कर्दाशियन ने भी शेयर किया है। हर दूसरा शख्स कोरोना के खौफ में है। ईरान, चीन अमेरिका जैसे देशों में शहर बंद कर दिए गए हैं। भारत में भी बीमारी को लेकर स्कूल, कॉलेज, सिनेमा हॉल आदि सार्वजनिक स्थल बंद कर दिए गए हैं।
बता दें कि चीन के वुहान से फैलना शुरू हुए इस वायरस ने दुनिया के कई देशों में कोहराम मचा दिया है। दुनिया भर में कोरोना वायरस के करीब 90 हजार से ज्यादा मरीज सामने आ चुके हैं।
वहीं इस घातक वायरस के कारण 4 हजार से ज्यादा लोगों की मौत भी हो चुकी है। भारत में 80 लोग संक्रमित पाए गए हैं और दो की मौत हो चुकी है। बता दें कि कोरोना का अभी तक कोई इलाज नहीं मिला है।