मेलानिया नहीं, ट्रंप ने इनके लिए बनवाया था 'ताजमहल', बाथरूम के नलों में भी लगवाया था सोना
हटके डेस्क: भारत के विदेशी मेहमान ट्रंप अपनी पत्नी मेलिनिया और बेटी-दामाद के साथ भारत दौरे पर आए हुए हैं। अपने दौरे के पहले दिन उन्होंने परिवार के साथ आगरा जाकर ताज का दीदार किया। ट्रंप और मेलिनिया, दोनों ही ताज के प्यार की कहानी सुनकर भावुक हो गए थे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कभी ट्रंप भी ताजमहल के मालिक थे। लेकिन आपको बता दें कि ये ताज मेलानिया के लिए नहीं बनवाया गया था। आज हम आपको ट्रंप के ताज की फोटोज दिखाने जा रहे हैं।
Asianet News Hindi | Published : Feb 25, 2020 4:25 AM IST / Updated: Feb 25 2020, 02:40 PM IST
ट्रंप और मेलिनिया ने जब आगरा स्थित ताज का दीदार किया, तो शाहजहां और मुमताज की कहानी जानकर भावुक हो गए। मेलानिया ने तो दुबारा ताज कादीदार करने की बात कही।
लेकिन आपको बता दें कि ट्रंप के पास तो पहले से ही ताजमहल था। ट्रंप ने अपने ताजमहल में दुनिया की सारी सुविधाएं रखी थी।
आपको बता दें कि ट्रंप का ये ताजमहल उनकी किसी पत्नी के लिए नहीं थी। ट्रंप ने इसे सिर्फ अपने शौक के लिए बनवाया था।
जब ट्रंप दिवालिया घोषित हुए, तो उन्हें अपनी इस प्रॉपर्टी से हाथ धोना पड़ गया था।
ट्रंप ने 2 अप्रैल 1990 को अमेरिका के न्यूजर्सी के अटलांटिक सिटी में इस ताजमहल को बनाया था। इसके अंदर कैसिनो और रिजॉर्ट खोला गया था। बता दें कि रिसोर्ट की ओपनिंग काफी भव्य थी। इसमें पॉप स्टार माइकल जैक्सन ने भी परफॉर्म किया था।
ट्रंप के ताज में कई मशहूर हस्तियां आ चुके हैं। यहां तक कि बॉलीवुड के भी कई स्टार्स इसका हिस्सा रहे हैं।
ट्रंप का ताज लाफ़ी भव्य था। ये कैसिनो कुल एक लाह बीस हजार लाख वर्ग फ़ीट में फैला था। इसमें 3009 स्लॉट मशीन थे और 167 गैंबलिंग टेबल मौजूद था।
ट्रंप के ताजमहल का रिसेप्शन एरिया भी काफी बड़ा था। इसमें एक साथ पांच हजार लोग तक आ सकते थे।
ट्रंप ने अपने ताज को बेहद आलिशान बनवाया था। यहां कुछ कमरों में और बाथरूम के नलों की टोटियों में भी सोने जड़े थे। इसकी सफाई बेहद कड़ी सुरक्षा में होती थी।
ट्रंप के ताजमहल की लिफ्ट्स में 24 कैरेट सोने की परत जड़ी थी। लिफ्ट लॉबी में कुल 12 लिफ्ट थे।
ये ताज किसी शाही महल से कम नहीं लगता था। हर एक चीज, चाहे कालीन हो या झूमर सभी इम्पोर्टेड थे।
ट्रंप ने कुछ कमरे भी बनवाए थे, जहां गेस्ट सोते थे। इन कमरों में तकियों से लेकर गद्दे भी गोल्डन रंग के थे।
ट्रंप इस ताजमहल को बचा नहीं पाए। कैसिनो में जीतने वालों के हिसाब-किताब में गड़बड़ी हुई और 1998 में अमेरिकी सरकार ने इनके ऊपर 342 करोड़ का फाइन ठोंक दिया। इसके बाद ये ताज ट्रंप के हाथों से फिसल गया।
2016 में इस ताजमहल की नीलामी हो गई। जिसके बाद ये बिक गया।