काल्पनिक नहीं थे रामायण के जटायु, इस पक्षी को देखकर हो जाएगा यकीन

ब्राजील: आपने रामायण में जटायु को देखा होगा। जटायु ने भगवान राम के लिए जान दी थी। पक्षी होने के बावजूद उनका आकार काफी बड़ा था। दुनिया में कई तरह के जीव-जंतु रहते हैं। कुछ इतने छोटे होते है कि नजर ही ना आएं, तो कुछ इतने बड़े होते हैं कि देखकर ही डर जाएं। ऐसा ही एक पक्षी है हर्पी ईगल। पक्षी का ये प्रजाति ब्राजील में पाया जाता है। वहां इन पक्षियों का देखा जाना आम बात है। ये पक्षी काफी बड़े होते हैं। कुछ लोगों के मुताबिक, बाज की ये प्रजाति मात्र किताबों में पाई जाती है लेकिन आपको बता दें कि ये असलियत में पाए जाते हैं। आज हम आपको इनके बारे में कुछ रोचक बातें बताने जा रहे हैं। 

Asianet News Hindi | Published : Oct 4, 2019 8:16 AM IST

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काल्पनिक नहीं थे रामायण के जटायु, इस पक्षी को देखकर हो जाएगा यकीन
हर्पी बाज मेक्सिको, सेंट्रल और साउथ अमेरिका में पाए जाते हैं।
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इनका घोंसला इतना बड़ा होता है कि उसमें एक इंसान आराम से सो जाए।
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दुनिया में इनकी संख्या 50 हजार से भी कम है।
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हर्पी बाज बड़े और घने पेड़ों पर रहते हैं।
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इनके पंख 2 मीटर तक बड़े होते हैं।
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खाने में इन्हें बंदर, गिलहरी, चिड़िया, सांप काफी पसंद है।
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इनके काले और ग्रे रंग के पंजे काफी बड़े होते हैं।
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