सांपों की इस मंडी से दुनिया में चीन ने फैलाया कोरोनावायरस, एक दो नहीं, बिकते हैं कई किस्म के सांप
चीन: दुनियाभर में चीन अपने अजीबोगरीब खाने के लिए पहले से बदनाम है। इस देश में कई तरह के अजीबोगरीब चीजें खाई जाती हैं। भले ही ये कुत्ते या बिल्ली का मांस ही क्यों ना हो? लेकिन यहां रहने वाले लोग जब इससे भी बोर हो जाते हैं, तो सांप और अलग-अलग तरह के जानवर जैसे चमगादड़ आदि का मांस भी खाने लगते हैं। आज हम आपको इस देश के उस सांप की मंडी की तस्वीरें दिखाने जा रहे हैं, जहां धड़ल्ले से कई किस्म के सांपों का मांस बेचा जाता था।
Asianet News Hindi | Published : Feb 10, 2020 4:12 AM IST / Updated: Feb 10 2020, 12:46 PM IST
कोरोनावायरस की शुरुआत चीन के वुहान से हुई थी। ये वायरस सांप या चमगादड़ से इंसान में पहुंचा और फिर एक के बाद एक कई लोगों में ये संक्रमण फैलने लगा।
इस संक्रमण के कारण चीन के कई शहर आज वीरान हो गए हैं। लेकिन अब ये समस्या सिर्फ चीन के नहीं है। इस वायरस ने कई देशों को अपनी चपेट में ले लिया है। आंकड़ों की मानें तो अभी तक इस वायरस की चपेट में आकर हजार लोगों की जान जा चुकी है और करीब साढ़े चालीस हजार लोग इससे प्रभावित हैं।
वायरस को फैलने से रोकने के लिए चीन कई कड़े कदम उठा रही है। इसी में शामिल है सांपों के मांस की बिक्री बंद करना। चीन के वुहान में मीट मार्केट बंद करवा दिया गया है। ताकि अब लोग सांप का मांस ना खा पाएं।
वुहान में सांपों का बहुत बड़ा बाजार लगता था। यहां के अलावा इंडोनेशिया में भी सांप का मार्केट था, जहां सांप का हर अंग बेचा जाता था।
लोग यहां आकर अपनी पसंद के सांप खरीद कर ले जाते थे। बता दें कि चीन और इंडोनेशिया में सांप के मांस को डेलिकेट डिशेस में गिना जाता है।
यहां आने वाले लोग सांप खरीद कर अलग-अलग काम करते थे। कुछ यहां से ख़रीदे मांस से खाना बनाते थे। तो कुछ यहां से ख़रीदे सांपों के जहर से दवाइयां बनाते थे।
इतना ही नहीं, सांप की खाल से बैग्स भी बनाए आते हैं। इनकी कीमत लाखों में होती है।
चीन के वुहान के अलावा इंडोनेशिया के सिरेबॉन के केतारसुरा में भी ऐसी ही एक सांपों की मंडी थी, जिसे अभी बंद करवा दिया गया है।
इस मंडी में सांपों को मारने के बाद उसकी चमड़ी निकाल दी जाती थी। साथ ही इन्हें रोल कर बेहद निर्दयी तरीके से बेचा जाता था।
इंडोनेशिया के इस मार्केट में सांपों को मारने के लिए पहले उसका सर कुचल दिया जाता है। इसके बाद उसके अंदर एक पाइप डाल पर पानी भर दिया जाता है।
इसके बाद सांप की खाल को खींचकर निकाल दिया जाता है। फिर उसे गोल लपेट कर भट्टी में डाल दिया जाता है। जहां से निकालकर उसे धूप में सुखाया जाता है।
इसके बाद उन्हें बेचने के लिए दुकानों में रखा जाता था। लेकिन कोरोनावायरस के बाद इस मार्केट को बंद कर दिया गया है।
बता दें कि चीन में जानवरों के साथ काफी अत्याचार किया जाता है। कई जानवरों को निर्दयी तरीके से मार दिया जाता है। इसका कोई विरोध भी नहीं करता।