Published : Apr 25, 2020, 06:22 PM ISTUpdated : Apr 25, 2020, 06:46 PM IST
हटके डेस्क: दुनिया कोरोना से जंग लड़ रही है। लगभग हर देश कोरोना ने कहर बरपाया है। कोरोना संकट के बीच शुरू हुए रमजान ने दुनिया को एक अलग ही चेहरा दिखाया। कई मस्जिद जहां रमजान के महीने में लोगों की भीड़ लगी रहती थी, वहां इस बार सन्नाटा नजर आया। प्रोफेट मोहम्मद के जन्मस्थान मक्का में भी इस बार लोगों की भीड़ नहीं थी। कोरोना के कारण मुस्लिमों से रिक्वेस्ट की गई थी कि घर से ही नमाज अदा करें। पाकिस्तान में सरकार पर दवाब डालकर मस्जिद में नमाज पढ़ने की इजाजत भले ही ले ली गई हो, लेकिन दुनिया के बाकि देशों के मशहूर मस्जिद इंसानियत की खातिर खाली ही रहे। आइये तस्वीरों में आपको दिखाते हैं दुनिया के मशहूर मस्जिदों में कोरोना के कारण कैसे पढ़ी गई नमाज...
हर साल रमजान पर मक्का में नमाज पढ़ने के लिए दुनियाभर से मुस्लिम जमा होते थे। यहां पैर रखने तक की जगह नहीं होती थी। लेकिन इस साल यहां एक दम अलग ही माहौल देखने को मिला।
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मक्का को ड्रोन कैमरे ने जब कैद किया, तो वहां कुछ ऐसा नजारा दिखा। सऊदी के इस पवित्र शहर में हर तरफ सन्नाटा नजर आया।
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अंदर कुछ इस तरह से अदा की गई नमाज। जिस जगह पर नमाजियों की भीड़ रहती थी, वहां इस बार इस तरह नमाज अदा की गई।
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पलिस्तीन के मस्जिद में नमाज पढ़ता इमाम। गाजा में कोरोना काफी तेजी से फ़ैल रहा है। इस कारण लोगों को घर में ही नमाज पढ़ने को कहा गया।
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लगभग हर मुस्लिम देश में मस्जिदों को बंद कर दिया गया है और लोगों से अपील की गई है कि वो इस बार घर में ही रहे और वहीँ से अल्लाह से दुआ मांगें। पलिस्तीन के इस मस्जिद में जहां हर साल भीड़ रहती थी, इस बार सन्नाटा दिखा।
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तुर्की में हर साल लोग रमजान के महीने में ब्लू मॉस्क्यू के सामने बैठकर अपना रोजा खोलते थे। इस साल यहां सन्नाटा छाया था। लॉकडाउन के कारण कोई भी घर से बाहर नहीं निकला।
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ब्लू मस्जिद में रमजान के महीने में रोजा परिवार के साथ तोड़ने की जैसे परंपरा ही थी। हर साल यहां सैंकड़ों लोग आते थे। चीन के इस वायरस ने हर किसी को घर में बंद कर दिया। मुस्लिम इस महीने मस्जिद में ही पांच समय का नमाज पढ़ते थे। लेकिन इस साल ब्लू मस्जिद में लोगों को नामज अदा नहीं करने दी गई।
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इसी मस्जिद के सामने रमजान के पहले दिन परिवार सहित लोग अपना रोजा तोड़ने आए थे। इस साल यहां कोई नहीं दिखा। वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लोग अपने घरों में ही रहे।
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पाकिस्तान के पेशावर में नमाज से पहले मस्जिद को साफ़ करते कर्मचारी। यहां सरकार पर दवाब डालकर मस्जिद में नमाज पढ़ने की इजाजत ले ली गई है।
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जेरुसलेम में मस्जिद बंद होने के कारण गलियों में उस तरह नमाज पढ़ी गई। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ख़ास ख्याल रखा गया।
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बैंकॉक के मस्जिद में नमाज पढता नमाजी। सर पर टोपी और मुंह पर मास्क लगाकर अल्लाह को याद करना इस बार रमजान में जरुरी हो गया है।
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इस नमाजी ने अपने चेहरे को पूरी तरह से ढंकने के बाद ही बैंकॉक के मस्जिद में प्रवेश किया और फिर नमाज पढ़ी।