लॉ की परीक्षा देते गर्भवती महिला को शुरू हुआ प्रसव पीड़ा, जज्बा देखिए- अस्पताल तक सॉल्व करती रही प्रश्नपत्र

Published : Oct 12, 2020, 11:03 AM IST

हटके डेस्क: कहते हैं ना कि हिम्मत और लगन के आगे हर मुसीबत और परेशानी खत्म हो जाती है। अगर बहाने बनाने पर आए तो हर सुविधा होते हुए भी आप अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाएंगे। लेकिन अगर आप में जज्बा और लगन है तो मुश्किल हालातों में भी लोग सफलता के झंडे गाड़ देते हैं। ऐसा ही एक मामला अमेरिका के इलिनोइस से सामने आया। यहां लोयोला यूनिवर्सिटी शिकागो स्कूल ऑफ लॉ में पढ़ने वाली एक छात्रा ने लोगों के सामने मिसाल पेश की। इस छात्रा ने हाल ही में अपना ग्रेजुएशन कंप्लीट किया। अपने बार एग्जाम के दौरान छात्रा प्रेग्नेंट थी। एग्जाम लिखते हुए ही उसे प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। लेकिन छात्रा पर अपनी परीक्षा पूरी करने का ऐसा जज्बा था कि उसने अस्पताल में अपना प्रश्नपत्र सॉल्व किया। छात्रा की स्टोरी कॉलेज ने लोगों के साथ शेयर की। सभी उसके जज्बे की तारीफ कर रहे हैं।    

PREV
19
लॉ की परीक्षा देते गर्भवती महिला को शुरू हुआ प्रसव पीड़ा, जज्बा देखिए- अस्पताल तक सॉल्व करती रही प्रश्नपत्र

हाल ही में लॉ की परीक्षा पास करने वाले एक छात्रा को अपने एग्जाम को पूरा करने से उसकी प्रेग्नेंसी भी नहीं रोक पाई। उसने बच्चे को जन्म देने के बाद अपना पेपर कंप्लीट किया। 

29

ब्रिआना हिल नाम की ये छात्रा लोयोला यूनिवर्सिटी शिकागो स्कूल ऑफ लॉ की स्टूडेंट है। उनका बार एग्जाम कोरोना की वजह से जुलाई से अक्टूबर में शिफ्ट कर दिया गया था। 

39

5 अक्टूबर को छात्रा अपने एग्जाम को देने के लिए बैठी। वो प्रेग्नेंट थी। पहला सेगमेंट कंप्लीट करने तक उसे लेबर पेन शुरू हो गया। इसके बाद उसने उसी रात पांच घंटे की अंदर बच्चे को जन्म दिया।  

49

अगले दिन अस्पताल के खाली कमरे में बैठकर छात्रा ने ऑनलाइन अपने प्रश्न पत्र के दूसरे सेगमेंट को सॉल्व किया। इस दौरान बीच-बीच में नर्स आकर उसकी जांच करके जा रही थी।  

59

ब्रिआना ने बताया कि कोरोना की वजह से उसका सारा प्लान एफेक्ट हुआ। पहले उसने प्लान किया था कि जब जुलाई में एग्जाम होंगे तब वो 28 वीक प्रेग्नेंट होगी। ऐसे में उसे एग्जाम देने में मुश्किल नहीं होगी। 

69

लेकिन लॉकडाउन की वजह से परीक्षा अक्टूबर में शिफ्ट हो गई। इस कारण उसने मजाक में कहा भी था कि अस्पताल के बेड से वो एग्जाम लिखेगी। लेकिन उसे क्या पता था कि उसकी बात सच साबित हो जाएगी। 

79

ऑनलाइन चल रही इस परीक्षा में एक सेशन 90 मिनट का था। कैमरे से हर कैंडिडेट पर नजर भी रखी जा रही थी। इस कारण पहले सेगमेंट को लिखते वक्त उसकी हिम्मत नहीं हुई कि वो उठ पाए। लेकिन पेपर पूरा कर जब वो उठी तो उसे विश्वास हो गया कि उसका वॉटर बैग टूट चुका है। 

89

उसने ब्रेक लिया। फिर अपने पति और मां को बुलाया। इसके बाद वो बचे हुए सवाल सॉल्व करने लगी। जब वो लॉन्ग आंसर लिख रही थी, तब ही उसे काफी तेज दर्द होने लगा। पेपर खत्म होने तक उसका लेबर पेन लास्ट लेवल पर था। 
 

99

उसे शाम के साढ़े पांच बजे अस्पताल ले जाया गया जहां रात के दस बजकर दस मिनट पर उसने बेटे को जन्म दिया। रात भर आराम करने के बाद अगले दिन उसने अपना बचा हुआ पेपर सॉल्व किया। छात्रा के जज्बे ने उसे मशहूर कर दिया ,
 

Recommended Stories