अब निकोल के दिन का आधा वक्त बच्चों की देखभाल में बीत जाता है। सुबह 6 बजे उठने के बाद से वो बच्चों में लग जाती है। इसके बाद आधे घंटे में वो बच्चों का बेड बनाती है। फिर तीन बार में सबके कपड़े धोती है। बच्चों के ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर के बाद इस कपल के पास खुद के लिए वक्त नहीं रहता। चूँकि बच्चे इतने छोटे हैं कि उन्हें छोड़कर ये शॉपिंग पर नहीं जा सकते इसलिए राशन ऑनलाइन मंगवाया जाता है।