प्रधानमंत्री से लेकर हेल्थ मिनिस्टर को हुआ कोरोना, जून तक कर्फ्यू झेलेगा ये देश, अक्टूबर तक लोगों का मिलना बंद
ब्रिटेन में कोरोना वायरस से हालात बेकाबू हो गए हैं। वहां के प्राइम मिनिस्टर बोरिस जॉनसन और हेल्थ मिनिस्टर मैट हैनकॉक भी जांच में कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। ब्रिटेन में कोरोना वायरस का शिकार हो कर मरने वालों की संख्या 260 से बढ़ कर 1,019 हो गई है। कुल 17,089 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। यह संख्या और भी बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। इसे देखते हुए देश में तीन महीने के लिए लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई है। ब्रिटेन की सरकार के मुख्य एपिडेमियोलॉजी एडवाइजर प्रोफेसर नील फर्ग्युसन ने कहा है कि लोगों को तीन महीने तक घरों में ही रहना होगा। प्राइम मिनिस्टर सेल्फ आइसोलेशन में चले गए हैं। सरकार के सीनियर ऑफिसशियल्स का कहना है कि अप्रैल माह में कोरोना के मामले और भी बढ़ सकते हैं और इससे करीब 5,700 लोगों की मौत हो सकती है। प्रोफेसर फर्ग्युसन का कहना है कि तीन महीने के लॉकडाउन के बाद भी स्थिति को सामान्य होने में समय लग सकता है और लोगों को महीनों तक सोशल डिस्टेंसिंग की नीति पर अमल करना होगा। इससे लगता है कि लोगों को अक्टूबर तक घरों में ही रहना होगा और वे आपस में मिल-जुल नहीं सकेंगे। सरकार ने लोगों को सख्ती से नियमों का पालन करने का निर्देश जारी किया है। ब्रिटेन में पहले कभी ऐसी स्थिति नहीं आई थी। कोरोना से ज्यादातर लोग आतंकित हैं। अब वे अपने घरों में ही कैद रहने को मजबूर हो गए हैं। तस्वीरों में देखें ब्रिटेन के हालात।
Asianet News Hindi | Published : Mar 30, 2020 9:48 AM IST / Updated: Mar 31 2020, 11:43 AM IST
ब्रिटेन में तीन महीने के लिए लॉकडाउन की घोषणा के बाद एक लड़की अपने घर की खिड़की से बाहर झांकती हुई। महीनों तक किसी के लिए भी घर में बंद रहना आसान नहीं है।
लॉकडाउन की घोषणा के पहले भी ज्यादातर लोग मास्क लगा कर ही बाहर जाते थे, लेकिन अब वे सड़कों पर नजर नहीं आ सकते हैं।
ब्रिटेन के प्राइम मिनिस्टर बोरिस जॉनसन कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद अपने ऑफिशियल रेजीडेंस 10, डाउनिंग स्ट्रीट में सेल्फ आइसोलेशन में रहते हुए लोगों को संबोधित करते हुए। उन्होंने सभी नागरिकों से घरों में ही रहने को कहा है।
ब्रिटेन में तीन महीने के लिए लॉकडाउन की घोषण के बाद एक एक अधिकारी लोगों से घरों में रहने का निर्देश जारी करते हुए। ब्रिटेन में कोरोना के मामलों में अचानक तेजी आई।
लॉकडाउन की घोषणा के बाद लंदन की एक सुनसान सड़क से अकेली गुजरती एक महिला। इस घोषणा के बाद सभी जल्दी से जल्दी अपने घरों में जाने लगे।
कोरोना से हालात बिगड़ने के बाद जब लॉकडाउन की घोषणा की गई तो लोग जरूरी कामों को छोड़ कर अपने घरों की तरफ चल पड़े। मेट्रो से घर जाते लोग।
ब्रिटेन के हेल्थ साइंटिस्ट्स ने माइक्रोस्कोप से कोरोना को देखा और उसकी तस्वीर ली। कुछ इस तरह का दिखता है कोरोना वायरस। यह आकार में इतना छोटा होता है कि उसकी कल्पना कर पाना भी आसान नहीं है।
ब्रिटेन के डॉक्टर कोरोना के सैंपल की जांच करते हुए। इस वायरस का असरदार वैक्सीन बनाने में पूरी दुनिया के स्वास्थ्य वैज्ञानिक लगे हुए हैं।
इंग्लैंड के नेशनल मेडिकल डायरेक्टर स्टीफन एच. पॉविस ने कहा कि अगर कोरोना से 20 हजार से कम मौतें होती हैं तो हम हालात में सुधार की उम्मीद कर सकते हैं। उनके साथ ब्रिटेन के बिजनेस सेक्रेटरी आलोक शर्मा भी लोगों को संबोधित करते नजर आ रहे हैं।
किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरे ब्रिटेन में हेल्थ वर्कर्स को मुस्तैदी के साथ अपने काम में लगे हैं। कोरोना पीड़ितों को अस्पताल पहुंचाने के लिए हर शहर में एम्बुलेंस की पर्याप्त व्यवस्था की गई है।