चीन ने ले लिया अमेरिका से बदला, 1 वायरस से शक्तिशाली देश को ला दिया घुटने पर, मौत मचा रहा तांडव
बताया जा रहा है कि चीन में कोराना पर काबू पा लिया गया है, लेकिन अब यह वायरस यूरोप और अमेरिका में कहर बरपा रहा है। यूरोप में इटली इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है, वहीं अमेरिका में अब तक इसके 142,735 मामले सामने आ चुके हैं। 30 मार्च को अमेरिका में कोरोना के 275 नए मामले आए हैं और 4 मौतें हुई हैं। कोरोना से अमेरिका में होने वाली मौतों का आंकड़ा 2,488 हो गया है। अमेरिका के कई राज्य कोरोना से लड़ने के लिए संसाधनों की कमी की समस्या से जूझ रहे हैं। इनमें न्यूयॉर्क भी शामिल है, जहां फेस मास्क से लेकर अस्पतालों में वेंटिलेटर की भारी कमी है। कई दूसरे राज्य भी संसाधनों की कमी से जूझ रहे हैं और उनका कहना है कि प्रेसिटेंड डोनाल्ड ट्रम्प इसे लेकर बहुत गंभीर नहीं है। वहीं, कोरोना के चलते अमेरिका की अर्थव्यवस्था पर भी बहुत बुरा असर पड़ा है। लोग बड़ी संख्या में बेरोजगार हो रहे हैं। अभी हाल ही में 30 लाख लोगों में बेरोजगार के रूप में अपना रजिस्ट्रेशन कराया है। कहा जा रहा है कि इतनी भारी संख्या में आज तक अमेरिका में लोगों ने बेरोजगार के रूप में रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया था। अमेरिका की स्वास्थ्य सेवाओं पर नजर रखने वालों का कहना है कि हालात ऐसे ही बने रहे तो कोरोना से अमेरिकी अर्थव्यवस्था तबाह हो सकती है और साथ ही बड़े पैमाने में लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ सकती है। तस्वीरों में देखें अमेरिका में कोरोना से कैसे हालात पैदा हो गए हैं।
Asianet News Hindi | Published : Mar 30, 2020 7:54 AM IST / Updated: Mar 30 2020, 06:06 PM IST
कोरोना के फैलने के बावजूद अमेरिका में इससे बचाव के लिए सेनिटाइजर और दूसरी चीजों की कमी हो गई है।
अमेरिका के ज्यादातर शहरों के स्टोरों मे मेडिकल सामानों की कमी है। स्टोरों में रैक खाली दिखाई देते हैं।
कोरोना के खतरे को देखते हुए लोग ज्यादा से ज्यादा खरीददारी कर लेना चाहते हैं। इससे भी स्टोरों में सामनों की कमी हो गई है।
कोरोना के चलते कहीं लॉकडाउन नहीं घोषित हो जाए, इसे देखते हुए लोग ज्यादा से ज्यादा खरीददारी कर लेना चाहते हैं।
कोरोना के तेजी से फैलने के कारण ज्यादातर ऑफिस बंद है, फिर भी वहां साफ-सफाई का काम तो होगा ही। एक खाली पड़े दफ्तर की सफाई करती एक महिला कर्मचारी।
अमेरिका के ज्यादातर शहरों में कॉलोनियो में हेल्थ वर्कर्स और वॉलन्टियर्स ने लोगों की सुरक्षा के लिए मास्क और सेनिटाइजर के इंतजाम किए हैं।
एक महिला हेल्थ वर्कर कोरोना के एक मरीज को अस्पताल ले जाने की व्यवस्था करते हुए। पास में एम्बुलेंस खड़ा है।
कोरोना को लेकर अमेरिका के ज्यादातर प्लान्टों में औद्योगिक उत्पादन ठप्प पड़ा है। इससे वहां की अर्थव्यवस्था मंदी की शिकार हो सकती है।
कोरोना का संक्रमण बढ़ने के बावजूद लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल कर ही रहे हैं। इससे खतरा ज्यादा है।
कोरोना की वजह से अमेरिका के ज्यादातर शिक्षण संस्थान और विश्वविद्यालय बंद हैं, फिर भी वहां डिसइन्फेक्शन का काम किया जा रहा है, ताकि किसी तरह के खतरे की संभावना नहीं रहे।