ऐसे में जब कोरोना संकट आया और देश में कई मीट्रिक टन बायोमेडिकल वेस्ट पैदा होने लगा, तो बिनिश ने इसके साथ कुछ क्रिएटिव करने का फैसला किया। उन्होंने अब P ब्लॉक 2.0 ईंटें बनानी शुरू की है। इसमें 52 प्रतिशत पीपीई मटेरियल, 45 प्रतिशत पेपर वेस्ट और 3 प्रतिशत गोंद का इस्तेमाल होता है।