हटके डेस्क: कोरोना वायरस हर बीतते दिन के साथ और विकराल रूप धारण करता जा रहा है। पूरी दुनिया इस महामारी से लड़ रही है। अभी तक इस वायरस के कारण दुनियाभर में तीन लाख 7 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं। वहीं मौत का आंकड़ा 13 हजार पार कर चुका है। भारत में भी इसके मरीजों की संख्या 300 पार चुकी है। अभी तक इस वायरस का कोई इलाज सामने नहीं आया है। इस बीच एक ऐसा यंत्र सामने आया है, जिससे कोरोना के फैलने पर रोक लगाई जा सकती है।
कोरोना का कोई इलाज नहीं मिला है। इससे सिर्फ एक चीज से बचा जा सकता है, वो है प्रिकॉशंस लेकर।
211
संक्रमित व्यक्ति से जितनी दुरी रहे, ये वायरस आपसे उतना ही दूर रहेगा।
311
दुनिया में इस वायरस के फैलने का सबसे बड़ा कारण है, लोगों द्वारा अपने संक्रमण की बात छिपाना।
411
संक्रमित होकर भी लोग घरों से बाहर निकले। इसी का नतीजा हुआ कि ये वायरस दूसरों तक जाता रहा।
511
अब यूनिवर्सिटी ऑफ मेसाचुसेट्स एमहर्स्ट ने एक ऐसी डिवाइज बनाई है, जिससे वायरस रोकने में सफलता मिल सकती है।
611
यंत्र पब्लिक प्लेस में खांसने और छींकने की आवाज रिकॉर्ड करता है। इससे ये पता चलता है कि पब्लिक प्लेस पर कितने लोगों को सांस से संबंधी बीमारी है।
711
इस डिवाइस का नाम फ्लूइसन रखा गया है। डिवाइस का निर्माण 2018 में ही था। इसके बाद 8 महीने तक इसका ट्रायल यूनिवर्सिटी में किया गया।
811
फ्लूइसन डिवाइस ना सिर्फ ऑडियो रिकॉर्ड करता है, बल्कि इसमें एक थर्मल कैमरा लगा है। वो बॉडी का टेम्पेरेचर भी रिकॉर्ड करता है।
911
इसे बनाने वाले शख्स ने बताया कि इस डिवाइस से कोरोना पर रोक लगाई जा सकती है। डिवाइस से पता चल जाएगा कि पब्लिक में कौन बीमार है।
1011
सर्दी-खांसी की आवाज रिकॉर्ड होने पर सम्बंधित व्यक्ति को इलाज के लिए ले जाया सकता है। बता दें कि इस डिवाइस का निर्माण कोरोना से काफी पहले किया गया था। फिर दिसंबर 2018 से जुलाई 2019 तक इसका परिक्षण किया गया।
1111
परिक्षण के दौरान इस डिवाइस ने 21 मिलियन आवाजें रिकॉर्ड की थी। साथ ही साढ़े तीन लाख थर्मल स्कैन किया था।