चीन में मानवता के विरुद्ध अपराध का एक बड़ा मामला सामने आया है। एक अंतरराष्ट्रीय जांच रिपोर्ट जो 29 फरवरी को सामने आई है, उसमें कहा गया है कि चीन में साल 2000 से ही मानवीय अंगों का व्यापार चल रहा है। लोगों के हार्ट, किडनी, लिवर, फेफड़े, आंखें और यहां तक कि उनकी स्किन भी निकाल कर बेची जा रही है। इसे ऑर्गन हार्वेस्टिंग नाम दिया गया है। खास कर ऐसा चीन के अल्पसंख्यक धार्मिक समुदाय उइगर मुसलमानों के साथ किया जा रहा है। अब तक हजारों चीनी नागरिकों के अंगों को निकाल कर बेच दिया गया है। चीन की सरकार लगातार इस मामले को छिपाने की कोशिश करती रही है, लेकिन अब यह मामला उजागर हो गया है। लंदन के एक उबर ड्राइवर ने कहा है कि जब वह चीन में एक डॉक्टर के रूप में काम कर रहा था तो उसने कैसे एक आदमी का लिवर और उसकी किडनी निकाली थी, जिसके बाद उसकी मौत हो गई थी। उसने दावा किया है कि चीन में हजारों लोगों को उनके महत्वपूर्ण अंगों को निकाल कर मार दिया गया है। यह भयानक काम इतने सालों से चल रहा है कि कह पाना मुश्किल है कि कितने हजार लोगों को अब तक मार दिया गया। चीन में मानव अंगों का यह अवैध कारोबार बढ़ता ही जा रहा है। निकाले गए अंग उन रोगियों को ट्रांसप्लान्ट किए जाते हैं, जो इसके लिए काफी कीमत चुका सकते हैं। यह काम सरकारी तंत्र के संरक्षण में हो रहा है। जांच रिपोर्ट में इसकी तुलना 20वीं सदी के मानवता के विरुद्ध किए जाने वाले सबसे खतरनाक अपराधों से की गई है। इसे हिटलर के गैस चैंबरों में जहरीली गैस से मारे गए यहूदियों और कम्बोडिया में खमेर रूज द्वारा किए गए नरसंहारों से कम बड़ा अपराध नहीं माना गया है। चीन की सरकार के संरक्षण में चल रहे मानवता के खिलाफ इस भयंकर अपराध का विरोध चीन के अलावा दूसरे देशों में भी हो रहा है। इस मामले की जांच करने वाले सर जियोफ्री नीस ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय संगठनों को इस मामने की और भी जांच करनी चाहिए। सर जियोफ्री नीस वॉर क्राइम के एक प्रमुख प्रॉस्क्यूटर रहे हैं। उन्होंने चीन में चल रहे ऑर्गन हार्वेस्टिंग को नरसंहार कहा है। तस्वीरों में देखें कैसे चीन में चल रहा है दिल को दहला देने वाला खतरनाक क्राइम।