भारत में ऐसे हुई थी कोरोना की शुरुआत, बदला जीने का तरीका, 1 महीने में मजाक से खौफनाक बना जानलेवा वायरस
हटके डेस्क: कोरोना वायरस ने दुनिया में भारी तबाही मचा रखी है। इसके कुल संक्रमित मरीजों की संख्या जल्द ही 18 लाख पार कर जाएगी। जबकि इस खतरनाक वायरस ने अभी तक एक लाख से ज्यादा लोगों को मौत के घाट उतार दिया है। भारत में इस वायरस की लेट एंट्री हुई। धीरे-धीर इस वायरस ने भारत में आतंक मचाना शुरू कर दिया है। भारत में इस वायरस से संक्रमित 3 मरीजों का पता 15 फरवरी को लगा था। इसके बाद धीरे-धीरे इस वायरस ने भारत में रौद्र रूप धरा। इस वायरस से भारत में पहली मौत 12 मार्च को हुई थी। जब शुरुआत में भारत में वायरस की एंट्री हुई, तब सबने यहां इसे काफी हलके में लिया। कोरोना पर जमकर मीम्स बने। आज इस वायरस ने सबको रुला दिया है। तस्वीरों में देखें, कैसे इस वायरस ने मजाक से शुरुआत कर आज भारत में मातम का माहौल बना दिया है।
Asianet News Hindi | Published : Apr 12, 2020 9:19 AM IST / Updated: Apr 12 2020, 08:49 PM IST
कोरोना की शुरुआत में लोग घर से बाहर निकल रहे थे। सभी नॉर्मल लाइफ जी रहे थे। एक कपल पार्क में मास्क लगाकर रोमांस करता हुआ।
शुरुआत में लोगों ने कोरोना को मजाक में ले लिया। एक बच्चा मास्क के साथ अपने कुत्ते के साथ। उसने कुत्ते को भी मास्क पहना दिया था।
ये महाशय तो मास्क पहनकर ही सिगरेट पीते नजर आए। इस तरह कई लोग मास्क में मौज-मस्ती करते दिखे थे। लेकिन उन्हें क्या पता था कि जल्द हालत ऐसे हो जाएंगे कि सभी घर में कैद हो जाएंगे।
सोशल डिस्टेंसिंग का कुछ इस तरह मजाक बनाया गया।
लोग शुरुआत में मास्क पहनकर सेल्फी लेते नजर आए थे। सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें दिखी, जिसमें लोग मास्क लगाकर सेल्फी खींचते दिखे।
वहीं जब शुरुआत में कोरोना के कारण स्कूल-कॉलेज बंद हुए, तो कई लोगों ने इसे छुट्टियां समझ पिकनिक मनाना शुरू किया। मुंबई में कुछ इस अंदाज में लोग नजर आए थे।
कोरोना के शुरूआती दौर में स्कूल-कॉलेज जब खुले थे, तब कई जगह एग्जाम भी लिए गए थे। बाद में कुछ पेपर के बाद इन्हें कैंसिल कर दिया गया था।
जहां मार्च तक दुनिया के कई देश लॉकडाउन किये जा चुके थे, भारत में लोग सड़कों पर नजर आ रहे थे। पार्क में एन्जॉय करते दिख रहे लोग।
मार्केट में भी रौनक थी। सब लोग सड़क पर उतर रहे थे। बस कई लोगों के चेहरे पर मास्क दिखने लगे थे।
मुंबई के आर्टिस्ट शायद इस वायरस की भयावहता समझ गए थे। लेकिन फिर भी कई नासमझ लोग इस वायरस के आतंक से बेखबर घूम रहे थे।