पहली तस्वीर आपको याद होगी। यह जनवरी, 2020 की है, जब कट्टरपंथियों ने पाकिस्तान के पंजाब के शहर ननकाना साहिब में नानका साहिब गुरुद्वारे पर हमला किया था। यह तस्वीर यह साबित करती है कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक सुरक्षित नहीं हैं। दूसरी तस्वीर पेशावर स्थित एक मंदिर की है, जो जर्जर हो रहा है। यहां अल्पसंख्यकों के धार्मिक स्थलों को ऐसे ही बर्बाद होने छोड़ दिया गया है। बता दें कि पाकिस्तान में हिंदू सबसे बड़े अल्पसंख्यक हैं। 2017 में इनकी आबादी 38.8 लाख थी। यानी दुनिया में पाकिस्तान पांचवां ऐसा देश है, जहां सबसे अधिक हिंदू रहते हैं।