इस रंग की चमड़ी वाले लोग आसानी से बन रहे कोरोना का शिकार, मौत की संभावना सबसे ज्यादा

हटके डेस्क: आज दुनिया कोरोना से त्रस्त है। चीन के वुहान से शुरू हुए इस वायरस ने आज दुनिया में कुल 38 लाख 20 हजार लोगों को संक्रमित कर दिया है। मरने वालों का आंकड़ा भी 2 लाख 65 हजार के पार हो चुका है। वायरस का अभी तक कोई इलाज नहीं मिला है। हाल ही में यूके के ऑफिस फॉर नेशनल स्टेटिस्टिक्स ने एक रिपोर्ट में बताया कि काले लोगों को कोरोना सबसे ज्यादा  अपना शिकार बना रहा है। इंग्लैंड और वेल्स में गोरे लोगों के मुकाबले काले लोग चार गुना ज्यादा कोरोना का शिकार बन जान गंवा चुके हैं। इसमें महिला और पुरुष दोनों शामिल हैं। ये रिपोर्ट 2 मार्च से 10 अप्रैल तक रजिस्टर किये गए मौत के आंकड़ों के आधार पर की गई। रिपोर्ट में इसके पीछे कई वजह बताई गई... 

Asianet News Hindi | Published : May 7, 2020 2:32 PM IST
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इस रंग की चमड़ी वाले लोग आसानी से बन रहे कोरोना का शिकार, मौत की संभावना सबसे ज्यादा

ऑफिस फॉर नेशनल स्टेटिस्टिक्स ने किये गए स्टडी में पाया की बांग्लादेश, पाकिस्तान और भारत के लोगों में कोरोना संक्रमण के बाद मौत की संभावना काफी ज्यादा है। 

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ओएनएस ने कहा कि ये परिणाम बताते हैं किइसकी वजह आंशिक रूप से सामाजिक-आर्थिक नुकसान और अन्य परिस्थितियों के कारण है, लेकिन कुछ कारण अभी तक साफ़ नहीं हो सके हैं। 
 

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स्वास्थ्य और विकलांगता जैसे अन्य कारणों पर ध्यान देने के बाद पाया गया कि गोरे लोगों की  तुलना में काले पुरुषों और महिलाओं की मृत्यु कोरोनोवायरस से 1.9 गुना अधिक थी।

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गोरे लोगों के मुकाबले बांग्लादेशी और पाकिस्तानी पुरुषों में मौत की संभावना 1.8 गुना अधिक थी। जबकि बांग्लादेशी और पाकिस्तानी महिलाओं में गोरों के मुकाबले मौत की संभावना 1.6 गुना अधिक थी। 
 

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ओएनएस ने चीनी महिलाओं को छोड़कर सभी जातीय अल्पसंख्यक समूहों के लिए कोरोनोवायरस के कारण मृत्यु दर में वृद्धि पाई।

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ओएनएस ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि कुल मिलाकर जितनी मौतें दुनिया में हुई, उसमें 83.8% मौतें काले लोगों की हुई, जो अश्वेत अल्पसंख्यक जातीय समूह के रूप में शामिल हैं।

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शैडो जस्टिस सेक्रेटरी डेविड लैमी ने कहा कि काले लोगों की मौत को दिखाने वाले आंकड़े  'भयानक' थे। लेबर सांसद ने ट्वीट किया: यह जरूरी है कि इसके कारणों की जांच की जाए। काले पुरुषों और महिलाओं - साथ ही सभी पृष्ठभूमि के लोगों के वायरस से सुरक्षा के लिए कार्रवाई की जानी चाहिए। 
 

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यूके में सरकार अब सवालों के घेरे में आ गई है कि वहां हो रही मौतों में सबसे ज्यादा काले लोग शिकार क्यों हो रहे हैं। इसे लेकर जांच कमिटी बैठाने की भी मांग की जा रही है। 

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