दुनिया के सबसे वजनी सूमो पहलवान रहे रूस के 21 वर्षीय झामबुलात खातोखोव की मौत ने सूमो पहलवानों में चिंता बढ़ा दी है। बता दें कि इस पहलवान का 29 दिसंबर, 2020 के निधन हो गया। मौत की वजह सामने नहीं आई है। खातोखोव का नाम 2003 में सबसे वजनी बच्चे के तौर पर गिनीज बुक रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया था। खातोखोब जब 2 साल का था, तब इसका वजन 34 किलो था। 13 साल की उम्र में इसका वजन 180 किलो हो गया था। जब खातोखोव 8 साल का था, तब वो अपनी मां के साथ जापान विजिट पर गया था। यहां एक टीवी प्रोग्राम-'इम्पॉसिबल' के दौरान मां पर आरोप लगा था कि वो अपने बच्चे को सूमो पहलवान बनाने पर जोर दे रही हैं। हालांकि उन्होंने इसे खारिज कर दिया था। खातोखाव का वजन लगातार बढ़ता गया। 9 साल की उम्र में उसका वजन 146 किमी तक पहुंच गया था। आगे पढ़ें खातोखोव की कहानी और देखें दुनिया के टॉप 5 सूमो रेसलर...