हटके डेस्क। कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। पूरी दुनिया में इससे संक्रमित मरीजों की संख्या 32 लाख, 20 हजार, 187 हो गई है, वहीं अब तक 2 लाख, 28 हजार लोग इससे जान गंवा चुके हैं। थाईलैंड में कोरोना वायरस संक्रमण के 2,947 मामले सामने आए हैं और 54 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना वायरस की इस महामारी में डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ जी-जान से लोगों को बचाने में लगे हैं। इस दौरान वे अपनी जान की परवाह भी नहीं कर रहे हैं। थाईलैंड के नान प्रोविन्स की एक महिला डॉक्टर की चर्चा इन दिनों इंटरनेट पर काफी हो रही है, जो एक रूरल हेल्थ क्लिनिक में काम करती हैं। सोई नाम की यह महिला डॉक्टर हाल ही में दो पहाड़ों की चढ़ाई कर और एक नदी को पार कर एक बच्चे का इलाज करने के लिए चली गईं। डॉक्टर सोई रूरल हेल्थ क्लिनिक में एक दोपहर मरीजों को देख रही थीं, तभी एक शख्स ने उन्हें बताया कि एक दूसरे इलाके में कोरोना से पीड़ित एक बच्चे को काफी बुखार हो गया है जो अपनी फैमिली के साथ क्वारंटाइन में है। यह सुनते ही डॉक्टर सोई ने तुरंत अपना पीपीई सूट और रेन बूट पहना। फिर वह बच्चे का इलाज करने के लिए निकल पड़ीं। उन्होंने एक बैग में जरूरी दवाइयां भी रख लीं। रास्ता ऐसा था कि उन्हें 38 डिग्री सेल्शियस टेम्परेचर में पैदल चलना पड़ रहा था। उनका असिस्टेंट मोटर बाइक पर था, लेकिन उसे भी पैदल ही चलना पड़ रहा था। जंगल के रास्ते से गुजरते हुए उन्होंने दो पहाड़ों और एक नदी को पार किया और उस बीमार बच्चे तक पहुंचीं। वहां उन्होंने बच्चे की पूरी जांच-पड़ताल करने के बाद दवाइयां दी। उन्होंने बच्चे की मां को उसकी देखभाल करने के लिए कहा। जब डॉक्टर सोई घर वापस लौटीं तो भी उन्हें बच्चे का ख्याल था। उसकी चिंता से वह ठीक से सो नहीं सकीं। तीन दिन के बाद एक आदमी ने आकर उन्हें बताया कि अब बच्चे की हालत ठीक है। इसके बाद उन्हें चैन मिला। वह लगातार ग्रामीणों के संपर्क में रह कर उनका हाल लेती रहती हैं। देखें इससे जुड़ी तस्वीरें।