हटके डेस्क: भारत ही नहीं, वीरप्पन की चर्चा तो विदेशों तक थी। हो भी क्यों ना? वो था ही इतना खूंखार। 18 जनवरी 1952 को पैदा हुआ वीरप्पन भारत की पुलिस फ़ोर्स के लिए सर दर्द बन गया था। इस डाकू ने चंदन तस्करी कर अरबों की संपत्ति बनाई। पुलिस ने 20 साल तक इस डाकू की तलाश की। कहा तो जाता है कि वीरप्पन ने अपनी जिंदगी में 2 हजार से ज्यादा लोगों की जान ली लेकिन उसकी बायोग्राफी लिखने वाले सुनाद रघुराम ने किताब में लिखा कि उसने दो सौ हत्याएं की थी। वीरप्पन कितना खूंखार था इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अपने बेटे के रोने की आवाज की वजह से वो पकड़ा ना जाए, इस कारण उसने उसका गला काट दिया था। नीचे पढ़ें इस खूंखार डाकू से जुड़े अनजाने फैक्ट्स...