उड़ता प्लेन ही बन बैठा शमशान, हादसे में जलकर राख हो गए हजारों यात्री
हटके डेस्क: ईरान की राजधानी तेहरान में एक यूक्रेनियन एयरप्लेन क्रैश हो गया। हादसे के समय विमान में 180 पैसेंजर सवार थे। ईरान स्टेट मीडिया के मुताबिक इस हादसे में सभी यात्रियों की मौत हो गई। बता दें कि इस विमान ने इमाम खोमैनी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी। इसके चंद मिनट्स के बाद ये हादसा हो गया। आज हम आपको बताने जा रहे हैं दुनिया में हुए 10 बेहद खौफनाक विमान हादसों के बारे में। इन हादसों ने कई लोगों की जान ले ली।
टेनेरिफे, 27 मार्च, 1977: इस एक्सीडेंट को अब तक के इतिहास का सबसे दर्दनाक हादसा माना जाता है। इसमें 583 लोगों की मौत हो गई थी। ये हादसा तब हुआ जब KLM बोइंग 747 ने बिना क्लीयरेंस परमिशन के उड़ान भरने की कोशिश की। तभी वह रनवे पर मौजूद दूसरे विमान से टकरा गया। उस दिन मौसम कुहासे से भरा था। इस कारण पायलट सामने प्लेन नहीं देख पाया और ये हादसा हो गया।
जापान एयर लाइन्स फ्लाइट 123, 12 अगस्त, 1985: ये हादसा तब हुआ जब खराब हुए प्लेन को रिपेयर के बाद दुबारा उड़ान भरने के लिए भेजा गया। जैसे ही विमान ने उड़ान भरी, उसमें कई तरह की खराबी आ गई। पायलट ने 30 मिनट तक प्लेन की उड़ान जारी रखी, लेकिन इसके बाद प्लेन एक पहाड़ से टकरा गया। इस हादसे में 520 लोगों की मौत हो गई। हालांकि, इसमें चार लोग जिंदा बच गए थे।
चरखी दादरी हादसा, 12 नवंबर, 1996: ये हादसा दो प्लेनों के बीच हवा में टकराने से हुआ था। इसमें 349 लोगों की मौत हो गई थी। इसमें सऊदी फ्लाइट 763 और एयर कजाखस्तान फ्लाइट 1907 भारत के हरियाण के ऊपर हवा में टकरा गए थे। बताया जाता है कि एयर कजाखस्तान का पायलट दिए गए निर्देश के मुताबिक नहीं उड़ रहा था। इस कारण ये हादसा हुआ।
तुर्किश एयर फ्लाइट 981, 3 मार्च, 1974: मैकडोन्नेल डगलस डीसी 10 ने जैसे ही फ्रांस से उड़ान भरी, वैसे ही कार्गो का दरवाजा खुल गया और विमान में विस्फोट हो गया। इस हादसे में 346 लोगों की मौत हो गई।
सऊदी अरब फ्लाइट 163, 19 अगस्त, 1980: ये हवाई हादसों की लिस्ट में बेहद खौफनाक था। इस हादसे में लॉकहीड एल-1011 प्लेन को तकनीकी खराबी के कारण इमरजेंसी लैंडिंग तो मिल गई। लेकिन किसी को प्लेन से उतारा नहीं जा सका। खड़ी प्लेन में आग फैलती गई और सभी 301 पैसेंजर्स मारे गए।
शिकागो, 25 मई, 1979: इस हादसे को अमेरिकी इतिहास का सबसे खौफनाक हादसा माना जाता है। अमेरिकन एयरलाइन फ्लाइट 191 अपने खराब मेंटेनन्स के कारण हादसे का शिकार हो गया। इसमें प्लेन में बैठे सभी 271 यात्री और जमीन पर मौजूद 2 लोगों की मौत हो गई थी।
क्वींस, न्यूयॉर्क, 12 नवंबर, 2001: न्यूयॉर्क के क्वींस में जापानी एयरलाइन 747 ने जैसे ही जेएफके एयरपोर्ट से उड़ान भरी वैसे ही एयरबस 300 क्रैश हो गया। इस हादसे में 260 यात्री और नीचे खड़े 5 लोग मारे गए। ये अमेरिकी इतिहास का दूसरा सबसे खौफनाक हादसा था।
नागोया एयरपोर्ट, 26 अप्रैल, 1994: चाइना एयरलाइन फ्लाइट 140 तब हादसे का शिकार हो गया, जब वो लैंड करने वाला था। दरअसल, लैंडिंग के समय गलती से पायलट ने टेक ऑफ का बटन ऊपर कर दिया। इसके बाद उन्होंने इसे ठीक करने की कोशिश की। लेकिन प्लेन टकरा गया। हादसे में प्लेन में बैठे 271 यात्रियों में से 264 की मौत हो गई थी।
किंग अब्दुलअज़ीज़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट, 11 जुलाई 1991: डगलस डीसी 8 247 यात्रियों को मक्का ले जा रही थी। तभी हवा में तकनिकी खराबी के कारण प्लेन को लैंड करवाने की कोशिश की जाने लगी। लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। और हवा में ही प्लेन में आग लग गई। इस हादसे में सभी यात्रियों की मौत हो गई थी।
माउंट एरेबेस, 28 नवंबर, 1979: न्यूजीलैंड फ्लाइट 901 अपने सभी 257 यात्रियों के साथ अंटार्टिका से गुजर रहा था। उसका स्टॉप ऑकलैंड एयरपोर्ट था। लेकिन तभी पायलट की गलती के कारण प्लेन माउंट एरेबेस से टकरा गई और सभी यात्रियों की मौत हो गई।