अगर किसी ने कोई जुर्म किया है, नियम-कायदे तोड़े हैं, तो कोर्ट उसे सजा सुनाता है। यह सजा छोटी या बड़ी हो सकती है। जुर्माना हो सकता है। यह जुर्म की गंभीरता पर निर्भर करता है। लेकिन कोर्ट कभी-कभार ऐसी सजा भी सुनाता है, जो मिसाल बन जाती हैं। आरोपियों को असली में पश्चाताप के आंसू निलवा देती हैं। ये मामले भी ऐसे ही हैं। इनमें कोर्ट ने आरोपियों को कड़ी सजा देने के बजाय कुछ ऐसा करने को कहा कि उनकी जिंदगी ही बदल गई।