पश्चिम बंगाल में होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा और तृणमूल कांग्रेस में कांटे की टक्कर देखी जा रही है। लेकिन इस बार का चुनाव TMC के लिए जीवन-मरण का प्रश्न बन गया है। वजह, एकदम साफ है। ममता बनर्जी यहां पिछले 10 साल से सत्ता में हैं। इससे पहले 34 साल तक वामपंथियों ने शासन किया। यानी भारत के इतिहास का यह पहला चुनाव है, जिसमें बंगाल में फिर से 'राजनीतिक परिवर्तन' के आसार नजर आ रहे हैं। ऐसा राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं। भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस के सामने कड़ी चुनौती पेश की है। ये तस्वीरें बंगाल में मोदी की जयनगर रैली के दौरान की हैं। अप्रैल का महीना शुरू हो चुका है। गर्मी अपने तेवर दिखाने लगी है। बावजूद जनसभा में जो सैलाब उमड़ा, उसने तृणमूल कांग्रेस की नींद उड़ा दी है। खासकर, रैली में हर उम्र की महिलाओं की संख्या देखकर भाजपाई भी चकित और उल्लासित दिखे। महिलाएं राजनीति में साइलेंट रहकर चुनावी परिदृश्य बदल देती हैं। ये तस्वीरें यही साबित करती दिखीं कि 2 मई को कुछ बड़ा होने वाला है। बंगाल की 294 सीटों के लिए 8 चरणों में वोटिंग हो रही है। पहले चरण में 294 में से 30 सीटों पर 27 मार्च और दूसरे चरण में 30 सीटों पर एक अप्रैल को वोटिंग हुई। तीसरे चरण में 31 सीटों पर 6 अप्रैल को, चौथे चरण में 44 सीटों पर 10 अप्रैल को, पांचवे चरण में 45 सीटों पर 17 अप्रैल को, छठे चरण में 43 सीटों पर 22 अप्रैल को, सातवें चरण में 36 सीटों पर 26 अप्रैल को और आठवें चरण में 35 सीटों पर 29 अप्रैल को वोटिंग होगी।