वर्ल्ड डेस्क: दुनिया में अमेरिका भले ही अपनी शक्ति का कितना भी प्रदर्शन कर ले, एक झटके में देश की पोल खुल है। 6 जनवरी को आने वाले राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों से ठीक पहले ही वहां संसद भवन में ट्रंप के समर्थकों ने हमला कर दिया। अमेरिका के संसद भवन यानी यूएस कैपिटल हिल के सामने नतीजों की घोषणा से ठीक पहले हजारों की संख्या में ट्रंप समर्थक पहुंचे और जमकर हंगामा मचाया। इस दौरान समर्थक संसद भवन में घुसने की कोशिश करते दिखे। हंगामे में जमकर हिंसा की गई जिसकी वजह से कई लोग घायल हुए। नतीजों के दिन आए शॉकिंग तस्वीरें...
अमेरिका में सत्ता परिवर्तन को शायद कुछ लोग पचा नहीं पा रहे। इस कारण वहां 6 जनवरी को ऐसी घटना देखने को मिली जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। देश के संसद भवन पर लोगों ने हमला कर दिया।
220
इन हमले को करने वाले ट्रंप समर्थक थे। उन्होंने इस दौरान ट्रंप के समर्थन में नीले कपड़े और लाल टोपी पहन रखी थी। विरोध के दौरान उन्होंने हिंसा का रास्ता अपना लिया।
320
अमेरिकी संसद भवन की दीवार पर चढ़ ये अंदर घुसने का प्रयास करते नजर आए। ऐसे में छत से गिरने के कारण कई लोग घायल भी हो गए।
420
पुलिस को इन्हें रोकने के लिए एक्शन लेना पड़ा। लाठीचार्ज के साथ पानी की बौछारें भी विरोध कर्मियों पर की गई।
520
इस बीच अभी तक इस हिंसा में चार लोगों की मौत की खबर है जिसमें से एक महिला को पुलिस की गोली लगी थी। ये घटना तब हुई जब विरोधियों को सुरक्षाबल खदेड़ रहा था।
620
ट्रंप समर्थक इतने उग्र हो गए थे कि पुलिस को लाठियां बरसानी पड़ी। इसमें कई लोग घायल हुए। खून-खराबे के बीच अमेरिकी चुनाव के नतीजे आए।
720
समर्थकों ने जमकर उत्पात मचाया। उन्होंने संसद भवन के बाहर जमावड़ा लगाया और फिर धीरे-धीरे संसद के अंदर जाने की कोशिश करने लगे।
820
इस हंगामे के बाद संसद भवन को लॉक कर दिया गया। अंदर ही सारे सांसदों को बंद कर दिया गया ताकि किसी तरह की कोई अप्रिय घटना ना घट जाए।
920
इस विरोध प्रदर्शन में कुछ लोग बच्चों के साथ पहुंचे। हो हंगामे के बीच इन मासूमों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
1020
ये प्रदर्शन हुआ ट्रंप की हार के विरोध में। ट्रंप समर्थकों की मांग है कि चुनाव के नतीजे कैंसिल किये जाए।
1120
उनका कहना है कि इन नतीजों के साथ छेड़छाड़ की गई है। इसमें जो बिडन नहीं, ट्रंप की जीत हुई थी।
1220
विरोध के दौरान कुछ ट्रंप समर्थक संसद भवन के अंदर भी चले गए थे। उन्हें देख सांसदों की हालत खराब हो गई।
1320
संसद भवन के अंदर ही सुरक्षाकर्मियों ने मोर्चा संभाला। बन्दूक के साथ सभी समर्थकों को बाहर निकाला गया।
1420
संसद भवन के बाहर पुलिस को आंसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े। फिर भी समर्थक टस से मस नहीं हो रहे थे।
1520
काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने संसद भवन के बाहर से भीड़ हटाई। लोगों के जाने के कई घंटों के बाद दुबारा संसद शुरू हुई।
1620
इस पूरी घटना के बाद कई देशों ने हैरानी जताई। दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश की ऐसी तस्वीरें किसी ने आजतक नहीं देखी थी।
1720
भारत के पीएम नरेंद्र मोदी ने भी इसका चिंता जताई। उन्होंने कहा कि सत्ता परिवर्तन शांतिपूर्ण तरीके से होना चाहिए।
1820
वहीं डोनाल्ड ट्रंप को ट्विटर और इंस्टाग्राम से ब्लॉक कर दिया गया है। ट्विटर ने उनके कुछ ट्वीट्स डिलीट किये और 12 घंटे के लिए उनका अकाउंट ब्लॉक कर दिया।
1920
अमेरिकी संसद भवन पर हुए इस अटैक का हंगामा 6 जनवरी को शाम 6 बजे से लेकर अगले दिन सुबह 6 बजे तक चला।
2020
फिलहाल पूरे इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया है। खास लोगों के अलावा किसी और को शहर से बाहर जाने की इजाजत नहीं दी गई है।