जून में भी जारी हुआ था वारंट
इससे पहले जून 2020 में ईरान के प्रॉसेक्यूटर अली अलकासिमेहर ने इंटरपोल से ट्रम्प की गिफ्तारी की मांग की थी। हालांकि, इंटरपोल ने इस अपील को खारिज कर दिया था। इंटरपोल का कहना था कि किसी राजनीतिक, सैन्य, धार्मिक और नस्लीय मामलों में उसके पास कार्रवाई का कोई अधिकार नहीं है।