काबुल. अफगानिस्तान में तालिबान (Taliban in Afghanistan) के कब्जे के बावजूद यहां का एक प्रांत ऐसा भी है, जहां वो अपने पैर नहीं रख पाया है। यह है पंजशीर (Panjshir Valley) घाटी। यहां अभी भी पंजशील या पंजशेर के टॉप लीडर रहे अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद का राज है। अहमद शाह ने 9 बार रूसियों को पंजशेर से खदेड़ा था। 11 सितंबर, 2001 में अमेरिका पर हुए अलकायदा के हमले से कुछ दिन पहले ही अहमद शाह मसूद की हत्या हो गई थी। उनके बेटे अहमद मसूद (Ahmad Massoud) ने द वाशिंगटन पोस्ट के एक ऑप-एड(Opinion editorials) में तालिबान को चेतावनी दी है- ‘मैं आज पंजशीर घाटी (Panjshir Valley) से लिखता हूं कि अपने पिता के नक्शेकदम पर मुजाहिदीन लड़ाकों के साथ चलने के लिए तैयार हूं। हम तालिबान से एक बार फिर मुकाबला करने को तैयार हैं। अहमद मसूद का दावा है कि उनके पास गोला-बारूद का पर्याप्त भंडार है। उन्होंने अमेरिका से मदद मांगी है।