काबुल. अफगानिस्तान पर कब्जा जमा चुके तालिबान को लेकर अब देश में लोगों का गुस्सा फूटने लगा है। धीरे-धीरे लोगों के मन से मौत का डर निकलता जा रहा है और जगह-जगह तालिबान का विरोध होने लगा है। गुरुवार को अफगानिस्तान के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर काबुल सहित कई शहरों में तालिबान के खिलाफ प्रदर्शन हुए। बता दें कि तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने एक tweet करके घोषणा की है कि तालिबान अफगानिस्तान की ब्रिटिश शासन से आजादी की 102वीं सालगिरह के अवसर पर इस्लामिक अमीरात की स्थापना करेगा। इस बीच नाटो के महासचिव जेन्स स्टोल्टेनबर्ग आज 30 देशों के सैन्य गठबंधन के विदेश मंत्रियों के साथ अफगानिस्तान के मुद्दे पर इमरजेंसी मीटिंग करेंगे। तालिबान कितना क्रूर है, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है कि उसने अफगानिस्तान के बदगीस प्रांत में पुलिस प्रमुख हाजी मुल्ला को सरेआम गोलियों से भून डाला। हाजी मुल्ला ने कुछ दिन पहले ही तालिबान के सामने सरेंडर किया था।