इमरान खान के खिलाफ सड़कों पर उतरा 'पाकिस्तान'; दो दिन में PM पद से इस्तीफा देने का अल्टीमेटम
इस्लामाबाद. पाकिस्तान में विपक्षी नेताओं ने प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ आजादी मार्च निकाला। इस मार्च में सभी विपक्षी दलों के नेता, समर्थकों समेत बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया। दक्षिणपंथी जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम फजल (जेयूआई-एफ) के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान के नेतृत्व में हो रहे इस मार्च में विपक्ष ने इमरान का इस्तीफा मांगा।
Asianet News Hindi | Published : Nov 1, 2019 2:49 PM IST / Updated: Nov 01 2019, 08:43 PM IST
मौलाना फजलुर रहमान ने मार्च को संबोधित करते हुए कहा कि इमरान खान के पास पद से इस्तीफा देने के लिए दो दिन हैं। अगर वे इस्तीफा नहीं देते तो हमें दूसरी रणनीति अपनानी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि हम उसके बाद धैर्य नहीं रख सकते।
फजलुर रहमान के नेतृत्व में शुक्रवार को इस्लामाबाद में बड़ा आजादी मार्च निकाला गया। प्रदर्शनकारी इमरान के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। फजलुर रहमान ने 27 अक्टूबर को अन्य विपक्षी दलों के नेताओं के साथ दक्षिणी सिंध प्रांत से आजादी मार्च की शुरुआत की है। प्रदर्शनकारी खान पर 2018 के आम चुनावों में गड़बड़ी करने का आरोप लगाते हुए उनसे इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
रहमान ने इमरान पर अर्थव्यवस्था के कुप्रबंधन, अक्षमता और कुप्रशासन का आरोप भी लगाया जिससे आम आदमी की मुश्किलें बढ़ गईं। जमीयत नेताओं ने कहा कि रहमान का 31 अक्टूबर को इस्लामाबाद पहुंचने का कार्यक्रम था, लेकिन काफिले में सैकड़ों की संख्या में वाहनों के होने की वजह से रफ्तार धीमी हो गई इससे देर हुई। मौलाना ने सुक्कूर, मुल्तान, लाहौर और गुजरांवाला के रास्ते अपना सफर तय किया और शुक्रवार को तड़के इस्लामाबाद पहुंचे।
उन्होंने रास्ते में अपने समर्थकों को बताया, 'वह (प्रधानमंत्री खान) चुनावों में धांधली कर सत्ता में आए हैं। उन्हें स्पष्ट संकेत देखने चाहिए और इस्तीफा देना चाहिए वर्ना हम उन्हें बाहर कर देंगे।'
रहमान ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री इस्तीफा नहीं देते हैं तो देश में अव्यवस्था फैलेगी। सुरक्षा संस्थाओं के मुताबिक आजादी मार्च में हजारों लोग हिस्सा ले रहे हैं। इस्लामाबाद में यह आंकड़ा और बढ़ गया क्योंकि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) समेत विपक्षी दलों के समर्थक भी सरकार विरोधी इस प्रदर्शन में शामिल हुए।
मार्च को संबोधित करते हुए पीपीपी प्रमुख बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि इमरान खान एक कठपुतली हैं। भुट्टो ने कहा, 'यह देश अपना सिर एक प्रधानमंत्री और उसका चयन करने वालों के सामने झुकाने के लिये तैयार नहीं हैं।
इस बीच पाकिस्तानी अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये हैं। मुख्य मार्गों को पूरी तरह या आंशिक तौर पर बंद कर दिया गया है।
प्रमुख सरकारी इमारतों और राजनयिक क्षेत्र समेत रेड जोन की तरफ प्रदर्शनकारियों को जाने से रोकने के लिये कंटीले तार लगाए गए हैं। अतिरिक्त पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। संवेदनशील जगहों पर सैनिकों को भी तैनात किया गया है।