बड़ा खतरा: चीन और पाकिस्तान के पास भारत से ज्यादा परमाणु हथियार, जानिए किस देश के पास कितने वेपन्स
नई दिल्ली. चीन और पाकिस्तान के पास भारत से ज्यादा परमाणु हथियार (nuclear weapons) हैं। यह दावा सोमवार को एक डिफेंस थिंक टैंक ने किया। थिंक टैंक ने ईयरबुक 2020 में जनवरी 2020 तक किस देश पर कितने परमाणु हथियार हैं, इसका खुलासा किया है।
Asianet News Hindi | Published : Jun 15, 2020 3:11 AM IST / Updated: Jun 15 2020, 10:11 AM IST
स्टॉकहोल्म इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) की ईयरबुक 2020 के मुताबिक, चीन के पास 320 परमाणु हथियार हैं। वहीं, पाकिस्तान के पास 160, जबकि भारत के पास 150 परमाणु हथियार हैं।
SIPRI की 2019 की ईयरबुक में खुलासा किया था कि चीन के पास 290, पाकिस्तान के पास 150-160 और भारत के पास 130-140 परमाणु हथियार बताए गए थे।
परमाणु हथियारों की संख्या को लेकर यह रिपोर्ट उस वक्त आई, जब भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में सीमा को लेकर विवाद चल रहा है।
SIPRI ने कहा, चीन अपने परमाणु हथियारगृह को आधुनिक कर रहा है और सतह और जल पर मार करने वालीं मिसाइलें और परमाणु-सक्षम फाइटर जेट्स विकसित कर रहा है।
इसमें कहा गया है कि पाकिस्तान और भारत भी धीरे धीरे अपनी परमाणु की ताकत बढ़ा रही हैं।
रूस के पास सबसे ज्यादा परमाणु हथियार
इस रिपोर्ट के मुताबिक, रूस के पास 6,375 और अमेरिका के पास 5,800 परमाणु हथियार हैं। दोनों देशों के पास दुनिया के 90% परमाणु हथियार हैं।
9 देशों के पास 13,400 परमाणु हथियार
अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन, भारत, पाकिस्तान, इजरायल और उत्तर कोरिया के पास जनवरी 2020 तक 13,400 परमाणु हथियार हैं। हालांकि, 2019 की तुलना में कमी आई है। 2019 में 13,865 परमाणु हथियार थे।
3,720 हथियार तैनात
SIPRI के मुताबिक, दुनियाभर में 3,720 परमाणु हथियार ऑपरेशनल फोर्सेस के साथ तैनात हैं। वहीं, 1800 को हाई ऑपरेशनल अलर्ट पर रखा गया है।
सेना पर सबसे ज्यादा खर्च करने वाला भारत तीसरा देश
SIPRI की अप्रैल में जारी रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका और चीन के बाद भारत पिछले साल दुनिया का तीसरा सबसे ज्यादा खर्च करने वाला देश है। यह पहली बार था जब एशिया के दो देश तीन सबसे ज्यादा खर्च करने वाले देशों की लिस्ट में थे।
दुनिया के देशों द्वारा सेना पर खर्च पर नजर रखने वाली संस्था के मुताबिक, भारत ने सेना पर अपने खर्च को 6.8% बढ़ाकर 5.40 लाख करोड़ रुपए खर्च किया था।