हालांकि, छापे की कार्रवाई के बाद डॉक्टर लुसिया के हवाले से रिपोट्स में कहा जा रहा है कि वो वैक्सीन नहीं लगा रही थीं और मरीजों को विटामिन और सीरम की खुराक दे रही थीं, ताकि उनकी इम्यूनिटी बेहतर हो सके। हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि वो कोरोना से बीमार मरीजों का इलाज लेजर ट्रीटमेंट और इन्फ्रारेड लाइट्स से करती थीं।