कोरोना पर नहीं लगा लगाम तो जा सकती है 4.5 करोड़ लोगों की जान, तस्वीरों में देखिए कैसे हो गए हैं हालात
वुहान. चीन से फैले कोरोना वायरस के प्रकोप ने दुनियाभर के 43 हजार से भी ज्यादा लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है। वैश्विक स्वास्थ्य अधिकारियों के ताजा आंकड़ों के मुताबिक मंगलवार तक चीन में मरने वालों की संख्या 1,113 पहुंच गई है। कोरोना वायरस का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है।
कोरोनावायरस का आतंक हर दिन बढ़ता ही जा रहा है। सारी दुनिया इसके इलाज के लिए वैक्सीन की तलाश में है। इस बीच अब इस वायरस का नाम बदल दिया गया है। अब इस वायरस को पूरी दुनिया कोविड 19 के नाम से जानेगी। ये नाम इस वायरस को वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन ने दिया है
इस बीच संयुक्त अरब अमीरात में एक भारतीय नागरिक कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है। इसके साथ ही यूएई में कोरोना वायरस के संक्रमण के आठवें मामले की घोषणा की गई है। उधर जापानी जहाज में सवार 65 और लोगों को इस विषाणु से संक्रमित पाया गया जिसके साथ ही इस विमान में सवार संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 135 हो गई है। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना विशेषज्ञों के साथ दो दिन की बैठक शुरू कर दी है।
इन देशों में लोग प्रभावितः हुबेई में 44,653 लोग संक्रमित है जिसमें 1,113 लोगों की मौत हो गई है। हांगकांग में 509 लोग संक्रमित 1 की मौत, मास्को में 10 लोग संक्रमित, जापान- 203, सिंगापुर- 47, थाईलैंड-33, साउथ कोरिया-28, मलेशिया-18, ताइवान-18, वियतनाम 15, ऑस्ट्रेलिया-14, जर्मनी-14, यूनाइटेड स्टेट-13, फ्रांस-11, यूनाइटेड किंगडम-8, कनाडा-7, फिलिपिंस, इंडिया, इटली में 3, रूस और स्पेन में 2, बेलजियम,नेपाल श्रीलंका, कंबोडिया, स्वीडन, फीनलैंड में 1 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित है।
चीन के कुछ मीडिया संस्थानों की मानें, तो अगर इसका इलाज नहीं ढूंढा गया, तो मार्च तक इसके करीब 5 लाख शिकार बन जाएंगे। चीन में इस वायरस पर रिसर्च कर रहे एक्सपर्ट झोंग नैनशैन के मुताबिक, कोविड 19 इस महीने और फैलेगा।
यह पूरे विश्व के लिए एक बड़ा खतरा हैवहीं डब्ल्यूएचओ के प्रमुख तेदरोस अदहानोम गेब्रेयसेस ने मंगलवार को कहा था कि हालांकि इसके 99 प्रतिशत मामले चीन में है लेकिन यह पूरे विश्व के लिए एक बड़ा खतरा है।उन्होंने सभी देशों से इस संबंध में किए किसी भी शोध की जानकारी साझा करने की अपील भी की थी।
दुनिया की 60 फीसदी आबादी पर मंडरा रहा खतराः वर्तमान समय में दुनिया की आबादी सात अरब हैं, इस प्रकार कोरोनावायरस दुनिया के चार अरब आबादी को संक्रमित कर सकता है। यदि प्रोफेसर लेउंग का दावा सही होता हैं तो और वायरस इसी रफ्तार से फैलता रहा तो लगभग 4.5 करोड़ लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ सकती हैं।
हालांकि, चीन में प्रत्येक दिन नए मामलों की संख्या घटने लगी है, जो पिछले आठ दिनों में गिरकर पांच पर आ गई है। इसका मतलब यह नहीं है कि दिसंबर से फैलने वाला यह वायरस अपने चरम पर नहीं है, लेकिन इस महामारी से निपटने वाले वैज्ञानिकों का कहना है कि यह एक उत्साहजनक संकेत है।
कोरोनावायरस का अध्ययन करने वाले वायरस विशेषज्ञों ने चिंता जताई है कि इसके मामलों में वृद्धि जारी रहेगी। उन्होंने यह भी कहा कि प्रभावितों की संख्या वर्तमान में बताए जा रहे संख्या की तुलना में अधिक होगा क्योंकि हजारों रोगियों में केवल हल्के लक्षण होते हैं।
कोरोना वायरस से न सिर्फ पीड़ित लोगों की जिंदगी पर फर्क पड़ा है, बल्कि उनके परिवार के सदस्य भी इस वक्त बड़े संकट में हैं। लोगों को हर पल डर सताता रह रहा है कि न जाने कब कौन वायरस की चपेट में आ जाए। इससे बचने के लिए लोग लगातार सावधानी बरत रहे हैं।
क्या है कोरोना वायरसः कोरोना वायरस एक ऐसा वायरस है जो आम सर्दी से लेकर तीव्र श्वसन सिंड्रोम तक की बीमारियों का कारण बनता है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, कोरोन वायरस वायरस के सामान्य लक्षणों में बुखार, खांसी, सांस की तकलीफ और सांस लेने में तकलीफ जैसे श्वसन लक्षण शामिल हैं। हालांकि इसके बढ़ते प्रकोप का कारण कुछ पता नहीं चल पाया है। इसके मुख्य स्रोत का पता लगाया जा रहा है।