पाकिस्तान में मास्क और पीपीई की मांग कर रहे डॉक्टरों को पुलिस ने बुरी तरह पीटा, कई अरेस्ट
इस्लामाबाद. कोरोना वायरस के संक्रमण से लड़ रहे पाकिस्तान ने अपने 50 से अधिक डॉक्टरों को गिरफ्तार कर लिया है। एक ओर जहां डॉक्टर, नर्स और मेडिकल स्टॉफ मरीजों की जान बचाने के लिए जी जान से जुटे हुए हैं। वहीं, पाकिस्तान में 50 से अधिक डॉक्टर्स को अरेस्ट कर लिया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक डॉक्टर सरकार से सुरक्षा उपकरणों की मांग कर रहे थे। डॉक्टरों का कहना है कि सककार की तरफ से अभी तक ना तो मास्क, सैनिटाइजर और ना ही पीपीई उपलब्ध कराया गया है। ऐसे में कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज कैसे संभव है।
पाकिस्तान के डॉक्टरों और पुलिस ने बताया है कि देश के दक्षिणी पश्चिमी शहर क्वेटा में सेफ्टी इक्विपमेंट की मांग को लेकर डॉक्टरों को गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के इलाज के दौरान मेडिकल स्टाफ को एहतियात बरतना होता है ताकि उन्हें संक्रमण ना हो जाए। इसलिए स्टाफ को पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई) की जरूरत पड़ती है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के क्वेटा में मुख्य हॉस्पिटल के पास 100 से अधिक डॉक्टर और अन्य मेडिकल स्टाफ रैली कर रहे थे। प्रदर्शनकारी चिकित्सक अपनी मांगों को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री के निवास के पास जा रहे थे।
मुख्यमंत्री निवास में घुसने की कोशिश करने पर पुलिस ने डॉक्टर्स पर लाठियों का भी इस्तेमाल किया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अब्दुल रज्जाक चीमा ने कहा कि हमने कानून तोड़ने के लिए 53 डॉक्टरों को हिरासत में लिया है।
चीमा ने कहा कि डॉक्टरों को कई घंटे तक हिरासत में रखा गया, लेकिन बाद में राज्य सरकार के आदेश पर उन्हें छोड़ दिया गया।
बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता लियाकत शेहवानी ने कहा कि डॉक्टर पीपीई, मास्क वगैरह नहीं होने की वजह से प्रदर्शन कर रहे थे। हमने उन्हें भरोसा दिया था कि जल्द ही उन्हें पीपीई उपलब्ध करा दिए जाएंगे, लेकिन वे लोग प्रदर्शन करने लगे।
सरकार के प्रवक्ता ने यह भी कहा कि सोमवार को केंद्र सरकार से पीपीई की सप्लाई मिलने के बाद उसे बांटने की तैयारी हो रही थी। वहीं, पाकिस्तान के अलग-अलग क्षेत्रों में रहने वाले डॉक्टर कई हफ्ते से ये शिकायत कर रहे हैं कि हॉस्पिटल में पीपीई की कमी है।
क्वेटा में डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष यासिर अचकजई ने कहा है कि डॉक्टरों और अन्य मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा के लिए पाकिस्तान सरकार WHO की गाइडलाइन फॉलो नहीं कर रही है। बीते महीने पाकिस्तान में एक डॉक्टर और नर्स की कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद मौत हो गई थी। जबकि दो दर्जन मेडिकल स्टाफ पॉजिटव पाए गए थे।
पाकिस्तान में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है। यहां संक्रमित मरीजो की संख्या 3766 हो गई है। जहकि 53 लोगों की मौत हो चुकी है। पाकिस्तान में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बावजूद भी सरकार ने कहीं भी लॉकडाउन नहीं लागू किया है।
दुनिया के कई देश इस वक्त पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट की कमी से जूझ रहे हैं। कई देशों में डॉक्टर किसी तरह जुगाड़ से खुद का बचाव कर रहे हैं। लेकिन ऐसे वक्त में पीपीई की मांग करने वाले डॉक्टरों को गिरफ्तार करना हैरान करने वाला है।
पाकिस्तान में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है। यहां संक्रमित मरीजो की संख्या 3766 हो गई है। जहकि 53 लोगों की मौत हो चुकी है। पाकिस्तान में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बावजूद भी सरकार ने कहीं भी लॉकडाउन नहीं लागू किया है।