मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जो साल 2013 से इस कार को घर बनाकर रहते आ रहे हैं। कोरेानाकाल में उनके लिए दिक्कत और खड़ी हो गई। स्कूल बंद होने से उनके पास इतना पैसा भी नहीं था कि किराये का घर ले सकें। वहीं, जो कुछ कमाते हैं, उसका बड़ा हिस्सा परिवार को भेजते हैं। लेकिन पूर्व छात्रों की मदद से उनकी दिक्कत खत्म हो जाएगी।