इस टीम ने अंटार्कटिका पर करीब 3 घंटे बिताए। यह यात्रा 2,500 नॉटिकल माइल की थी। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के मिलिट्री पायलट और एक्सप्लोरर जॉर्ज हुबर्ट विल्किंस ने 1928 में अंटार्कटिका तक उड़ान भरी थी। तब वे लॉकहीड वेगा 1 मोनोप्लेन से अंटार्कटिक पहुंचे थे। अंटार्कटिका पर कोई एयरपोर्ट नहीं है। हालांकि यहां 50 लैंडिंग स्ट्रिप और रनवे अवश्य हैं। अंटार्कटिका यह चारों ओर से दक्षिणी महासागर से घिरा हुआ है। अपने 140 लाख वर्ग किलोमीटर (54 लाख वर्ग मील) क्षेत्रफल के साथ यह एशिया, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका और दक्षिणी अमेरिका के बाद पृथ्वी का पांचवां सबसे बड़ा महाद्वीप है। इसका 98% भाग औसतन 1.6 किलोमीटर मोटी बर्फ से ढंका रहता है। यह विश्व का सबसे ठंडा, शुष्क और तेज हवाओं वाला महाद्वीप है।